news-details

आगामी नवम्बर 2020 तक शत्-प्रतिशत लेन-देन डिजीटल के माध्यम से करने का किया जा रहा है प्रयास

प्रदेश में महासमुन्द जिले का डिजीटल लेन-देन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया चयन

कलेक्टर ने बैंकर्स को आवश्यकता अनुरूप ऑनलाईन बैंकिंग सुविधा, पीओएस मशीन, भीम एप्प, क्यू.आर. कोड प्रदाय करने के दिए निर्देश

महासमुन्द 18 फरवरी 2020/कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन की अध्यक्षता में कल जिला कार्यालय के सभाकक्ष में विशेष जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं परामर्शदात्री समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विशेष रूप से जिले के सभी बैंकर्स उपस्थित थे। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने कहा कि डिजीटल लेन-देन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश में महासमुन्द जिले का चयन किया गया है। आगामी नवम्बर 2020 तक शत्-प्रतिशत लेन-देन डिजीटल के माध्यम से किया जाए इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने जिले के सभी बैंकर्स को आवश्यक कार्रवाई एवं कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले के विभिन्न बैंकों के खाताधारकों के खाता आवश्यकतानुसार एवं उपयोग अनुरूप एटीएम शत्-प्रतिशत प्रदाय किया जाए। इसके अलावा आवश्यकता के अनुरूप ऑनलाईन बैंकिंग सुविधा, पीओएस मशीन, भीम एप्प, क्यू.आर. कोड इत्यादि प्रदाय किया जाए।

बैठक में श्री जैन ने कहा कि डिजीटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण देना जरूरी है। इसके लिए बैंकर्स जिले के सभी विकासखण्डों को अलग-अलग बैंकवार परिचालन एवं प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी दी जाए। साथ ही जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, स्व-सहायता समूहों, शासकीय अधिकारी-कर्मचारी, उद्योग संगठनों, व्यापारिक संघों, परिवहन संघों सहित अन्य संगठनों को प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि जिले की ग्राम पंचायतों में टेलीकॉम कंपनियों द्वारा ऑपटिकल फाइवर बिछाने का कार्य किया जा रहा है। इससे डिजीटल लेन-देन सहित अन्य कार्यों को बढ़ावा मिलेगा। नगद लेन-देन के स्थान पर डिजीटल लेन-देन आसान एवं उपयोगी है। इसको प्राथमिकता के साथ बढ़ावा दिया जाए।

बैठक में लीड बैंक अधिकारी श्री अरूण कुमार मिश्रा ने बताया कि डिजीटल लेन-देन के लिए सभी बैंकर्स की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। इसके लिए सभी डिजीटल प्लेटफार्म को समय-सीमा में सभी खाताधारकों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा। सभी बैंकर्स अपने खाताधारकों को प्रशिक्षिण देते समय डिजीटल लेन-देन से संबंधित फायदें, सतर्कता, सावधानियां के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाए। इस दौरान डिजीटल लेन-देन के फायदे विशेष कर व्यापारिक संगठनों को बताया जाए। इसके अलावा उन्होंने बताया कि डिजीटल साक्षारता को बढावा देने के उद्देश्य से जिले के विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में विभिन्न शिविरों का आयोजन भी किया गया है और छात्रों को प्रशिक्षित किया गया है।

किसान सम्मान निधि के सभी लाभार्थी किसानों को शत्-प्रतिशत  किसान क्रेडिट कार्ड देना सुनिश्चित करें : कलेक्टर

बैठक में कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत जिले के लाभार्थी किसानों को शत्-प्रतिशत किसान क्रेडिट कार्ड प्रदाय करना सुनिश्चित करें। इसके लिए सभी बैंकर्स जिले की ग्राम पंचायतों में शिविर लगाकर किसानों को बैंको से जोड़ने की कार्रवाई करें। उल्लेखनीय है कि जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत एक लाख पांच हजार 675 किसान लाभान्वित हुए है, जिनमें 93 हजार 330 किसान केसीसी धारक है और शेष 12 हजार 345 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी पात्र किसानों को केसीसी प्रदान करने के लिए 15 दिन का विशेष अभियान चलाया जाएगा। आईबीए द्वारा बैंको को तीन लाख रूपए तक के केसीसी ऋणों के लिए सभी बैंक प्रभार, अर्थात प्रसंस्करण, प्रलेखन, निरीक्षण और लेजर फोलियों शुल्क और अन्य सेवा शुल्क में छूट दिया जाएगा। किसानों से पूर्ण आवेदन प्राप्त होने के 14 दिनों के भीतर बैंक केसीसी जारी करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ.रवि मित्तल, रिजर्व बैंक के डिप्टी जनरल मैनेजर श्री नीलभ झा, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के रिजनल मैनेजर श्री डी.के. उपाध्याय, प्रदेश स्तरीय बैंकर्स कमेटी के एजीएम श्री साहिद, चीफ मैनेजर श्री भण्डारी, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से श्रीमती सुक्ष्मिता सहित जिले के सभी बैंकर्स उपस्थित थे।






अन्य सम्बंधित खबरें