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राजस्थान के कोटा से लौटे 101 बच्चों की हुई रैंडम जांच, बच्चों को उनके परिजनों के साथ घर पर रह कर अट्ठाईस दिनों का होम क्वारंटीन सशर्त पूरा करना होगा

चिकित्सकीय प्रबंधन में समझाईश देते हुए रैंडम स्वास्थ्य जांच फिर बच्चों की घर वापसी

महासमुंद 06 मई 2020/ जिले के विद्यार्थी पढ़ लिख कर कुछ कर दिखाने का सपना संजोए राजस्थान के कोटा जिले में पढ़ाई करने गया था। विगत दिनों उभरी कोरोना वायरस की विपदा के चलते लगे लाॅक डाउन की स्थिति में बच्चों का यह समूह ना चाहते हुए भी अपने परिजनों से दूर थे। राज्य शासन के पहल पर प्रदेश के साथ जिले में भी प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अमले ने उन्हें राजस्थान के कोटा जिले से न केवल गृह ग्राम तक सकुशल वापस लाने में जुटा है अपितु, संक्रमण संदिग्धों में बच्चों के साथ-साथ उन्हें लाने में लगे पुलिस एवं स्वास्थ्यकर्मियों में वाहन चालक तक की रैंडम जांच कर सभी को होम क्वारंटीन में रहने की जानकारी दी गई हैं।

कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशानुसार मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ रवि मित्तल, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल एवं कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ अनिरूद्ध कसार मौके पर उपस्थित थे। उन्होंने एक-एक कर सभी से शपथ पत्र भरवाते हुए उन्हंे होम क्वारंटीन में रहने के नियमों से अवगत कराया। साथ ही हिदायत भी दी गई है कि चिन्हांकित संदेहियों एवं उनके साथ होम क्वारंटीन किए जा रहे परिजनों द्वारा 28 दिनों तक नियमावली का पालन नहीं किया तो, तत्काल पुलिस विभाग को पुनः सूिचत किया जाएगा और उनके विरुद्ध आईपीसी की धारा 188 के तहत वैधानिक कार्यवाही भी की जा सकती है।

इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए स्थापित कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान से आने वाले विद्यार्थियों को प्रदेश के कवर्धा एवं बेमेतरा जिले में ठहराया गया था। जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके उपरांत उन्हें महासमुंद जिले में दोबारा स्वास्थ्य जांच शुरू की गई। इस क्रम में 05 मई 2020 को कवर्धा से 46 एवं 06 मई 2020 को बेमेतरा जिले से 55 विद्यार्थियों को आरडी किट से रैंडम स्वास्थ्य जांच कर लक्षणों को जांचा गया। चिकित्सकों के मुताबिक सर्दी, खांसी, एवं बुखार सहित अन्य संक्रमण संबंधी लक्षणों के अनुमान बताने वाले इस परीक्षण में रक्त के नमूने लेकर जाॅच की गई।

सतर्क रहने के निर्देश

जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि चूंकि प्रकरण संक्रमण संदेही बच्चों के हैं और डब्लूएचओ ने भी बच्चों और बुजुर्गों के संबंध में विशेष सावधानी रखने के लिए कहा है, इसे ध्यान में रखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे द्वारा आरबीएसके दल के प्रशिक्षित एवं चुनिंदा कोरोना वाॅरियर्स को जिम्मेदारी सौंपते हुए समस्त संदेहियों के घरों में होम क्वारंटीन के स्टीकर चस्पा करने के साथ-साथ इन प्रकरणों में प्रतिदिन सतत निगरानी एवं आवश्यक जांच करते रहने के निर्देश दिए गए हैं।





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