news-details

बिखरे परिवारों को जोड़ने का बखूबी कार्य कर रही पारिवारिक सलाहकार केंद्र….6 माह में 29 परिवारों को टूटने से बचाया..!कई दरकतें रिश्तों को काउंसलिंग ने बचाया, रिश्तों में आई मिठास……..

पुलिस कार्यालय रायगढ़ परिसर में स्थित पारिवारिक सलाहकार केंद्र की स्थापना का मुख्य उद्देश्य तत्कालीन परिस्थितियों के दृष्टिगत महिला अपराधों में हो रहे वृद्धि, परिवार के विखंडन एवं अनावश्यक तौर पर अपराधियों के पंजीयन एवं मुकदमेंबाजी को कम कर परिवार में सामंजस्य स्थापित करने हेतु किया गया है जिसमें समयानुकूल निरंतर सफलताएं एवं उपलब्धियां परिवारिक सलाहकार केंद्र को प्राप्त हो रही है ।

पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह विशेष रुप से परिवारिक सलाहकार केंद्र की मानिटरिंग करते हैं जिससे जिला रायगढ़ में इसकी उपयोगिता सार्थक सिद्ध हुई है । यहां आने वाले कई ऐसे केस देखे गये हैं जिनमें पति, पत्नी कई साल तक एक-दूसरे से दूरी बनाकर अलग-अलग रह रहे थे , दोनों के बीच तलाक की नौबत बनी थी । पारिवारिक सलाहकार केन्द्र में कॉउंसलिंग के बाद इन बिखरे परिवारों को फिर से मिलाया गया है ।

परिवारिक सलाहकार केंद्र के कारण दहेज एवं महिला को प्रताड़ना करने संबंधी अपराधों में कमी आई है । पारिवारिक सलाहकार केंद्र में प्राप्त आवेदनों पर बिखरे परिवारों को जोड़ना एवं दहेज, तलाक, अधित्याग आदि समस्याओं को दूर कर यथेष्ट निराकरण करने का कार्य पिछले कई वर्षों से सहायक उपनिरीक्षक संध्या रानी कोका द्वारा बखूबी रूप से किया जा रहा है ।

आधुनिक परिवेश में व्यक्तियों के भ्रमित मानसिकता के फलस्वरुप परिवारों में बढ़ रही विघटन की स्थिति, नारी उत्पीड़न एवं संबंधित अपराध में कमी करने तथा इसकी रोकथाम को दृष्टिगत रखते हुए ही रायगढ़ जिले में पारिवारिक सलाहकार केंद्र की स्थापना की गई है । यहां काउंसलर के रूप में शहर की प्रतिष्ठित महिला प्रोफेसर, महिला अधिवक्ता, महिला चिकित्सक की टीम अपनी सेवाएं दी है । वैश्विक महामारी कोरोना के कारण परिवारिक सलाहकार केंद्र में भी आवेदन गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष कम प्राप्त हुये है । पिछले 6 माह के भीतर प्राप्त हुये आवेदनों में दोनों पक्षों को बुलवाकर काउंसलिंग कर 39 परिवारों के बीच समझौता कराया गया है, 03 आवेदन पत्रों में अपराध पंजीयन की आवश्यकता देखते हुये अपराध की कायमी के लिये थाना भेजे गये हैं ।

पुलिस अधीक्षक रायगढ़ के मार्गदर्शन पर रायगढ़ जिले में महिला एक ओर जहां महिला रक्षा टीम महिला एवं बच्चों के विरूद्ध अपराधों तथा उनके बचाव के प्रति जागरूकता लाने का कार्य कर रही है, वहीं परिवार में पति-पत्नी के बीच छोटी-बड़ी अनबन के मामला को थाना, न्यायालय में जाने से बचा कर यथासम्भव दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने का कार्य परिवारिक सलाहकार केंद्र द्वारा किया जा रहा है ।




अन्य सम्बंधित खबरें