news-details

संविधान अनुरूप राष्ट्र निर्माण के लिये अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित व संवेदनशील होना जरूरी-कलेक्टर भीम सिंह

रायगढ़, 72 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कलेक्टर भीम सिंह ने कलेक्टोरेट परिसर स्थित सृजन सभाकक्ष में कलेक्ट्रेट के अधिकारियों-कर्मचारियों से भेंट की और सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संविधान के आदर्शो को साकार करने में सबका सामूहिक योगदान जरूरी है। हम सब महत्वपूर्ण पदों पर है। हमारी उत्कृष्टता इस बात से साबित होती है कि हम कितने समर्पण से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। कितनी जल्दी लोगों की समस्याओं का निराकरण कर पा रहे है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि समय से सभी नागरिकों तक सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित हो। इसके लिये हमें अपने कर्तव्यों और नागरिकों के प्रति संवेदनशील होना होगा।

उन्होंने सेना में अपनी सेवा के दौर को याद करते हुये कहा कि सरहद पर तैनात जवान विषम परिस्थितियों में भी अपनी जिम्मेदारी पूरी करने के लिये हमेशा जोश से भरा रहता है। हमें उनसे अपने कर्तव्यों के प्रति सर्मपण का भाव सीखना चाहिये। हम सब अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे, तो संविधान निर्माताओं के सपनों का भारत हमारे सामने होगा। यह दिन है कि एक नागरिक के रूप में हमें मिले अधिकार व राष्ट्र निर्माण में हमारे द्वारा निभायी जा रही भूमिका पर हम आत्ममंथन करें। अपनी कमियों को पहचानें और उसे दूर करें, जिससे हमारा विकास होगा और देश आगे बढ़ेगा।

एडीएम राजेन्द्र कटारा ने सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें देते हुये कहा कि संविधान ने इस विविधता पूर्ण देश को एक सुत्र में बांधा है। संविधान से सभी नागरिकों को समान अधिकार मिले है। उन अधिकारों व सिद्धांतो को लागू करने में हमें अपनी भूमिका का निर्वहन करना चाहिये। आज हम सभी उन सिद्धांतो का स्मरण करें तथा उसे अपने पर्र्सनल और प्रोफेशनल लाईफ में उतारने का प्रयास करें। जिससे हम जनभावना के अनुरूप कार्य कर सके।

सीईओ जिला पंचायत ऋचा प्रकाश चौधरी ने इस दौरान उपस्थित जनों को संबोधित करते हुये संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माताओं ने लगभग तीन साल की मेहनत से हमें संविधान दिया है। देश की व्यवस्था के प्रभावी संचालन हेतु संविधान के प्रस्तावना में मार्गदर्शी सिद्धांत दिये है। प्रस्तावना में उल्लेखित एक-एक शब्द का अपना विशेष महत्व व गरिमा है। हमें इसे समझते हुये अपने दैनिक जीवन में उतारने का पूरा प्रयास करना चाहिये। जिससे हम इस व्यवस्था के संचालन की मिली जिम्मेदारी पर खरे उतर सके।

इस दौरान अधिकारी-कर्मचारियों ने भी गीत व वक्तव्यों के माध्यम से अपनी बात रखी।रमाकांत स्वर्णकार,  डीकाराम शेष,  आलोक स्वर्णकार ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर जिला स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।




अन्य सम्बंधित खबरें