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पतोरा डैम पानी विवाद,एस आई समेत पांच पुलिस कर्मियों को किसानों ने बनाया बंधक

ओडिशा के नुआपड़ा जिले में जोंक नदी पर बने पतोरा डैम (ऊपरी जोंक सिंचाई परियोजना) के पानी को लेकर किसानों के बीच जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार की देर रात सदर थाना पुलिस ने कानून नहीं मानने के आरोप में साराबोंग गांव के दो किसान नेता प्रकाश दीक्षित व कमलेश दीक्षित को हिरासत में ले लिया। गुरुवार की सुबह करीब छह बजे सब इंस्पेक्टर विनय केरकेटा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम साराबोंग गांव में पेट्रोलिंग के लिए पहुंची तो किसानों ने पुलिस टीम को घेर लिया। इस बीच पुलिस व किसानों के बीच झड़प हो गई । आक्रोशित किसानों ने पुलिस अधिकारी व चार कांस्टेबल को गांव के जगन्नााथ मंदिर में ताला लगाकर बंद कर दिया।

किसानों ने प्रकाश व कमलेश को छोड़ने की मांग की और इसके बाद ही पुलिसकर्मियों को छोड़ने की जिद पर अड़ गए। घटना की सूचना पाकर कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील आचार्य, एसडीपीओ प्रशांत पटनायक, तहसीलदार देवेंद्र राउत पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे व किसानों से चर्चा की। दोपहर बाद जब पुलिस ने दोनों किसान नेताओं को छोड़ा तब जाकर किसानों ने पुलिसकर्मियों को छोड़ा। वहीं आसपास गांव की महिलाएं मुख्य केनाल (सिजवेल) पर धरने पर बैठ गई हैं। समाचार लिखे जाने तक गांव में तनाव जारी था। गांव में पुलिस बल तैनात है।

दरअसल पतोरा डैम में पर्याप्त पानी नहीं होने की वजह से रबी सीजन में बारी-बारी से टेल हेड व जीरो हेड के किसानों को पानी दिया जाता है। इस बार पानी टेल हेड के किसानों को मिलना है। लेकिन जीरो हेड के किसान पानी लेने की मांग पर अड़े हैं। मामला हाइकोर्ट तक पहुंच चुका है। बीते डेढ़ माह से ये विवाद चल रहा है और इस बीच अनेक बार अपनी मांग पूरी कराने के लिए दोनों हेड के किसान धरना-प्रदर्शन व चक्काजाम कर चुके हैं।

पूर्व में तय अनुसार व हाई कोर्ट के निर्णय का पालन कराने के लिए टेल हेड के किसानों को पानी देने के लिए बुधवार की सुबह पांच बजे जिला प्रशासन ने पानी पंचायत क्रमांक एक से पांच तक धारा 144 लागू कर दी थी। भैसमुंडी गांव से लेकर पतोरा तक छह प्लाटून पुलिस फोर्स तैनात कर 10 हेड रेगुलेटर्स को वेल्डिंग कर सील किया गया। इसका जीरो हेड के किसानों ने विरोध किया। जीरो हेड के किसानों की मांग है कि पानी जीरो हेड से छोड़ा जाए।




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