बसंत पंचमी के पावन अवसर पर काव्यगोष्ठी
गत दिनांक 16 फरवरी दिन मंगलवार को बसंत पंचमी के पावन अवसर पर संस्कार साहित्य मंच छत्तीसगढ़ के द्वारा काव्यगोष्ठी सह बैठक का आयोजन ग्राम खोकसा मामा - भांचा जंगल की तलहटी पर प्रकृति की गोद में किया गया। सर्वप्रथम सुर संगीत व ज्ञान की देवी मां शारदे की पूजा अर्चना माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया, साथ ही चंदर सिंह सिदार जी के द्वार मधुरिम सरस्वती वंदना का गायन किया गया। तत् पश्चात मंच के आगामी कार्यक्रमों को देखते हुए आवश्यक बिन्दुओं पर चर्चा की गई।
बैठक के पश्चात कलमकारों की इष्टदेवी मां सुरभारती के श्री चरणों में सभी
कलमकारों ने क्रमशः अपने काव्यपुष्प अर्पित किए। काव्य पाठ की शुरुआत विनोद
कुमार जोगी जी के संचालन में प्रारंभ हुई जिसमें प्रथम काव्य आहुति मंच के
नए सदस्य एवं नवांकुर कलमकार खीरसागर चौहान ने दी। उसके पश्चात क्रमशः
डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर, प्रेमचंद साव प्रेम, ललित भार, अनुषा
सोना, सुन्दर लाल डडसेना मधुर, चंदर सिंह सिदार, मानक
छत्तीसगढ़िया, परशुराम चौहान, सुकमोती चौहान रूचि, धनीराम नंद
मस्ताना, विनोद कुमार जोगी एवं गणपत देवदास ने अपने काव्य सुमन
अर्पित किए। अंत में मंच के अध्यक्ष धनीराम मस्ताना ने आभार व्यक्त करते
हुए आगे भी इसी तरह की काव्य गोष्ठी के आयोजन की कामना की एवं कार्यक्रम
की समाप्ति की घोषणा की।