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बिना तैयारी के की गई 18 वर्ष से अधिक के युवाओं को वैक्सीन लगाए जाने की घोषणा – हरदीप सिंह रैना

करोना महामारी का प्रकोप हर नए दिन के साथ बढ़ता ही जा रहा है देश में रोजाना चार लाख के करीब नए पॉजिटिव केस आ रहे हैं रोजाना करोना से जान गंवाने वालों की संख्या भी बढ़कर 3000 से अधिक हो गई है वेंटिलेटर, अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन के लिए देश में अभी भी त्राहिमाम मचा हुआ है करोना से संक्रमित अधिकतर लोग इलाज के अभाव में अपनी जान गवा रहे है रोजाना तस्वीरें देखने को मिल रही हैं की श्मशान घाटों पर लाश जलाने को लेकर लाइन लगी हुई है भारत में इन सब तस्वीरों को देखने के बाद लोगों के मन में एक भय का माहौल बनता जा रहा है देश में सरकार तस्वीर के उलट अपने अलग ही दावे कर रही है सरकार का कहना है ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है अस्पतालों में बेड की कोई कमी नहीं है तथा वेंटिलेटर भी पर्याप्त मात्रा में लोगों के लिए उपलब्ध हैं लेकिन जमीनी स्तर पर इन सब दावों की पोल खुल चुकी है.

कोरोना वैक्सीन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मई से 18 साल के बालिग युवाओं को वैक्सीन लगाए जाने की घोषणा तो कर दी लेकिन भारत में बहुत से राज्य के मुख्यमंत्री यह स्पष्ट कर चुके हैं कि 1 मई से वैक्सीनेशन की शुरुआत किए जाने हेतु उनके पास वैक्सीन उपलब्ध नहीं है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तो यहां तक कहा कि लोग वैक्सीन के लिए 1 मई को अस्पताल ना जाए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एक तारीख से वैक्सीनेशन शुरू किए जाने हेतु हाथ खड़े कर दिए हैं ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना तैयारी के 18 वर्ष से अधिक के युवाओं को वैक्सीन लगाए जाने की घोषणा कर दी ? हालात तो यही कह रहे हैं कि भारत सरकार द्वारा हड़बड़ी में घोषणा की गई है.

देश में कोरोना टेस्ट की स्पीड काफी धीमी है भारत में अधिकतर राज्य सरकारें आंकड़ों को छुपाने के लिए कोविड-19 टेस्ट कम कर रही हैं जिससे वर्तमान में आंकड़े कुछ कम जरूर दिखाई दे रहे हैं लेकिन आने वाले दिनों में करोना का एक बड़ा विस्फोट होगा कई राज्य सरकारों द्वारा मौत के आंकड़े भी छुपाया जा रहे हैं, ऐसा सिर्फ वे अपनी साख बचाने के लिए कर रहे हैं राज्य सरकारें व केंद्र सरकार अपनी आबरू बचाने को लगे हुए हैं जबकि उन्हें स्वास्थ्य व्यवस्था को और दुरुस्त करने के लिए कड़े कदम उठाए जाने तथा लोगों को ऑक्सीजन वेंटिलेटर अस्पताल में बेड ओर वेक्सिनेशन सुनिश्चित करना चाहिए जिससे देश के लोगों के मन में जो भय व्याप्त है उसे कम किया जा सके, एक बात स्पष्ट है करोना के आंकड़ों को छुपाकर करोना से जंग नहीं जीती जा सकती है करोना से जंग जीतने हेतु देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाना होगा जो वर्तमान में वेंटिलेटर पर है.




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