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नया नियम: सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को प्रमोशनल कंटेंट पर लेबल देना होगा जरूरी

  • इंस्टाग्राम जैसे डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए विज्ञापन करने वाले इन्फ्लुएंसर्स के लिए एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) ने गाइडलाइन जारी की है. नई गाइडलाइन के मुताबिक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स या उनके रिप्रेजेंटेटिव द्वारा पब्लिश किए गए सभी प्रमोशनल कंटेंट पर एकव डिस्क्लोजर लेबल होना जरूरी है, जो स्पष्ट रूप से बताता हो कि ये कंटेंट एक विज्ञापन है.
  • साथ ही नए नियम के मुताबिक, इन्फ्लुएंसर्स को उनके अकाउंट के जरिए प्रमोट किए जाने वाले प्रोडक्ट्स या सर्विस के लिए ड्यू डिलिजेंस भी परफॉर्म करना होगा. ASCI का कहना है कि ये जरूरी है कि ग्राहक ये समझ सकें कि व्यवसायिक फायदे के लिए उनकी राय या व्यवहार को प्रभावित करने के इरादे से किसी चीज को प्रमोट किया जा रहा है.
  • मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, नए नियम 14 जून से प्रभावी हो जाएंगे. इसके बाद इन्फ्लुएंसर्स के लिए किसी कंटेंट को ठीक तरह से लेबल करना अनिवार्य हो जाएगा. ताकी ग्राहक ये समझ सके कि आपका कंटेंट विज्ञापन है या नहीं.


  • ASCI के मुताबिक, कंटेंट पर जारी किया गया लेबल सभी ग्राहकों को अच्छी तरह से दिखाई देने वाला होना चाहिए और इसमें गलतफहमी की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए. इन आदेशों के अलावा ASCI ने इन्फ्लुएंसर्स से कहा है कि वो दर्शकों को किसी प्रोडक्ट के विज्ञापन को दिखाने से पहले खुद रिव्यू कर सेटिस्फाई हो जाएं. ड्राफ्ट गाइडलाइन्स सबसे पहले फरवरी में जारी किए गए थे.
  • ASCI ने नए नियम की डिटेल में कहा है कि इन्फ्लुएंसर्स को उनके पोस्ट में डिस्क्लोजर केवल तब ऐड करना होगा जब एडवर्टाइजर के साथ कोई मटेरियल कनेक्शन हो. इस कनेक्शन में पैसे का मुआवजा, मुफ्त उपहार, या कोई अन्य समझौता शामिल है जिस पर दोनों के बीच चर्चा हुई हो. अगर कोई मटेरियल कनेक्शन ना हो और इन्फ्लुएंसर्स अपनी पसंद से किसी सर्विस या प्रोडक्ट के बारे में दर्शकों को जानकारी दे रहे हों तो इसे विज्ञापन नहीं माना जाएगा और ऐसे पोस्ट पर किसी डिस्क्लोजर की जरूरत नहीं होगी.


  • इन्फ्लुएंसर्स द्वारा ऐड किए लेबल्स अच्छी तरह से दिखाई देने वाले होने चाहिए. अगर कोई वीडियो या विज्ञापन इंस्टाग्राम स्टोरीज या स्नैपचैट पर पोस्ट किया गया हो तो इनमें डिस्क्लोजर लेबल कंटेंट को सुपरइंपोज करने वाला होना चाहिए. इनके लिए advertisements, ads, sponsored, collaboration, partnership, employee और free gift जैसे डिस्क्लोजर लेबल इस्तेमाल किए जा सकते हैं.


  • नए नियमों के मुताबिक, 15 सेकंड या इससे कम के वीडियो के लिए डिस्क्लोजर लेबल कम से कम 3 सेकंड तक होना जरूरी है. वहीं, दो मिनट या इससे लंबे वीडियोज में लेबल वीडियो के उस हिस्से में पूरे समय होना जरूरी है, जब किसी सर्विस या ब्रैंड को प्रमोट किया जा रहा हो. इसी तरह 15 सेकंड से लंबे लेकिन 2 मिनट से कम के वीडियो में लेबल वीडियो की लंबाई के एक तिहाई तक रहना चाहिए.


  • इसी तरह ऑडियो मीडिया, जैसे पॉडकास्ट, में डिस्क्लोजर ऑडियो के शुरू और आखिर में अनाउंस करना जरूरी है. साथ ही हर ब्रेक के पहले और बाद में भी. वहीं, लाइव स्ट्रीम की स्थिति में ब्रॉडकास्ट की शुरुआत और अंत में लेबल की घोषणा की जानी जरूरी है और अगर लाइव स्ट्रीम खत्म होने के बाद भी अगर पोस्ट दिखाई दे रहा है तो इसमें भी लेबल टेक्स्ट/कैप्शन में दिया जाना जरूरी है.




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