टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिलाओं ने बजाया डंका....सीबीएसई परीक्षा के परिणाम में भी लड़कियों ने बाजी मारी
टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में अबतक भारतीय पुरुषों से
ज्यादा भारतीय महिलाओं ने जीत हासिल की है। टोक्यो में पहला मेडल दिलाने
वाली भी भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ही हैं। अब इस कड़ी में पूजा रानी
और पीवी सिंधु के साथ मेडल की रेस में कमलप्रीत (Kamalpreet Kaur) का नाम
भी जुड़ गया है। शनिवार को महिला डिस्क्स थ्रो ग्रुप-बी के क्वालिफिकेशन
में भारतीय एथलीट कमलप्रीत कौर ने अपने तीसरे प्रयास में 64 मीटर का
बेंचमार्क थ्रो किया और फाइनल में जगह बनाई है। इसके साथ ही वह ये कारनामा
करने वाली आज तक की दूसरी भारतीय थ्रोअर बन गई हैं। उनसे पहले लंदन ओलंपिक
2012 में कृष्णा पुनिया ने यह सफलता हासिल की थी।
सीबीएसई ने शुक्रवार को 12वीं परीक्षा के परिणाम घोषित किए। हर बार की तरह
इस बार भी लड़कियों ने बाजी मारी है और लड़कों की तुलना में उनके परिणाम
0.54 प्रतिशत अंतर से बेहतर रहे, जबकि करीब 70 हजार विद्यार्थियों ने 95
प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए। बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि
लड़कियों ने 0.54 प्रतिशत के अंतर से लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है। इस
साल उत्तीर्ण प्रतिशत 99.37 प्रतिशत है। किसी मेरिट लिस्ट की घोषणा नहीं
की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि करीब 65 हजार विद्यार्थियों के 12वीं
कक्षा के परिणाम अब भी तैयार किए जा रहे हैं, इनकी घोषणा 5 अगस्त तक की
जाएगी। बोर्ड की परीक्षाएं कोरोना की दूसरी लहर के मद्देनजर इस साल रद्द कर
दी गई थीं और परिणाम बोर्ड द्वारा वैकल्पिक मूल्यांकन नीति के आधार पर
घोषित किए गए हैं।