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स्कूल सफाई कर्मचारियों का अहम बैठक खाली पेट नहीं किया जा सकता काम, सरकार से त्वरित भुगतान करने की मांग

मैनपुर : आदिवासी क्षेत्र के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला व शासकीय माध्यमिक शाला व हाई सेकेंडरी में सफाई कर्मचारी कार्य कर रहे हैं स्कूल शुरू होने से पहले आकर स्कूल बंद होने के सबसे आखिरी में घर जाते हैं पर सफाई कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 4 माह से मानदेय राशि नहीं मिलने के कारण आर्थिक संकट से जुज रहे हैं जिला मुख्यालय से करीब 100 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम गोहरापदर में कल 6 सितम्बर को तकरीबन 50 से भी ज्यादा सफाई कर्मचारी एकजुट होकर आवश्यक बैठक की अपने विभिन्न मांगों को मुद्दा बनाकर मानदेय राशि को त्वरित भुगतान करने की मांग रखी है.

महंगाई के जमाने मे गुजारा हो रहा मुश्किल

वहीं दूसरी ओर सफाई कर्मचारियों ने बताया कि कोरोनाकाल में भी कुछ सफाई कर्मचारी कोरन टाइन में लोगों को सेवा दिये थे उसका भी 2 माह का मानदेय राशि नहीं मिला कोरोना काल मे कोरानटाईन लोगों को सफाई कर्मचारियों द्वारा सेवा दिये थे. उस वक्त सरकार द्वारा लाखों रुपए का खर्चा किया लेकिन अभी तक सफाई कर्मचारियों मानदेय राशि नहीं मिला और अभी भी वर्तमान में कार्य कर रहे हैं. 

सफाई कर्मचारियों को मानदेय नहीं मिलने से सफाई कर्मचारी परेशान हैं व आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं वर्तमान समय में उनका मानदेय राशि प्रति माह ₹2300 है जिसके चलते इस महंगाई के जमाने में इतनी कम राशि मे परिवार के साथ जीवन गुजारना मुश्किल हो रहा है फिर भी सफाई कर्मचारी सेवा दे रहे हैं लेकिन चार माह का वेतन नहीं मिलने से परेशान हैं सरकार से त्वरित भुगतान करने की मांग की है.

ऐसी परिस्थिति को देखकर सफाई कर्मचारियों ने आज दोपहर 12 बजे एकजुट होकर सामुदायिक भवन गोहरापदर में बैठक कर आवाज बुलंद किया गया जिसमें अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी विकासखंड मैनपुर के अंतर्गत अध्यक्ष हेमलाल विश्वकर्मा, उपाध्यक्ष तुमनाथ माझी, उपाध्यक्ष बहुल सिंह मरकाम, सचिव इंद्र लाल सोनवानी, सह सचिव भुनेश्वर मरकाम, कोषाध्यक्ष थनेन्द्र सूर्यवंशी, संचालक जनमेंनजय मांझी, सह संचालक ललिता कश्यप, मीडिया प्रभारी ताल सिंह यादव व अन्य 50 से भी ज्यादा सफाई कर्मचारी उपस्थित हुए व विभिन्न मांगों को लेकर बैठक में चर्चा किया गया.




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