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महासमुंद जिले में सहायक शिक्षकों के पदोन्नति सूची आने के पहले शिक्षा विभाग में मची खलबली, फिर सामने आये 2007 में बर्खास्त हुए 41 शिक्षकों के नाम, जिला शिक्षा अधिकारी के आंशिक संशोधन को बताया अनुचित.

महासमुंद जिले में सहायक शिक्षकों के पदोन्नति सूची आने के पूर्व शिक्षा विभाग में खलबली मच चुकी है. पदोन्नति सूची आने के पूर्व एक बार फिर 2007 में बर्खास्त हुए शिक्षकों के नाम सामने आये हैं. जिनको पदोन्नति हेतु अपात्र मानने और दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही करने की मांग लोक शिक्षण संचालनालय से की गई है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार  वर्ष 2007 में महासमुंद जिलाधीश के आदेश पर बसना विकासखंड के 41 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया था. जिनकी पुनः वर्ष 2015 में नियुक्ति की गई. लेकिन इन शिक्षकों को 2007 से सेवा अवधि की गणना कर सम्पूर्ण शासकीय लाभ प्रदान किया जा रहा है. जो कि नियम के विरुद्ध है.

बसना विकासखंड में 2 अक्टूबर को कुछ सहायक शिक्षकों ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि 2007 में नियम के विरुद्ध इनकी नियुक्ति होने के कारण इस नियुक्ति को निरस्त कर दिया गया था. जिसके बाद ये 41 शिक्षक वर्ष 2015 तक की अवधि में सहायक शिक्षक पंचायत के पद पर पदस्थ नहीं थे, लेकिन फिर भी इनकी प्रथम नियुक्ति 2007 माना जा रहा है जो कि सही नहीं है.

प्रेस कांफ्रेंस कर रहे शिक्षकों ने बताया कि शासकीय सेवकों को किसी विशेष परिस्थिति में 5 वर्ष तक की अवधि का असाधारण अवकाश दिया जा सकता है, लेकिन इन शिक्षकों को नियम के विरुद्ध 7 वर्ष 10 माह से अधिक समय का असाधारण अवकाश स्वीकृत किया गया है. जो कि 2007 से 2015 के बीच है.

बताया गया कि वर्ष 2018 में बसना जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा इनकी पात्रता ना होने के कारण 2018 में इन्हें संविलियन नहीं किया गया था. इनका संविलियन 1 जनवरी 2020 को किया गया. इसके बाद इन शिक्षकों ने संविलियन दिनांक त्रुटिपूर्ण होने के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को एक आवेदन प्रस्तुत किया.

जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा वर्ष 2022 में जिला पंचायत महासमुंद द्वारा परीक्षण उपरांत अनुमोदन के बाद सम्बंधित सहायक शिक्षक का 1 जनवरी 2020 से सहायक शिक्षक का संविलियन आदेश में आंशिक संशोधन करते हुए 1 जुलाई 2018 से संविलियन कर दिया जिनकी वरिष्ठता 1 जुलाई 2018 से मान्य हो गई.

प्राप्त जानकारी के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में सहायक शिक्षकों के पदोन्नति की सूची आने वाली है, जिसमे जिले के करीब 1 हजार से अधिक सहायक शिक्षक प्रधान पाठक बनाये जाने हैं. यह सहायक शिक्षक वरिष्ठता के आधार पर प्रधान पाठक बनाए जायेंगे. सहायक शिक्षकों की अंतिम वरिष्ठता सूची 1 जनवरी 2022 को निकाली गई थी. जिसके आधार पर इन 41 सहायक शिक्षकों के नाम वरिष्ठता के आधार पर प्रधान पाठक बनने के लिए बहुत पीछे है.

चूँकि वरिष्ठता सूची आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने संविलियन आदेश को संशोधित करते हुए इन 41 शिक्षकों की वरिष्ठता 1 जुलाई 2018  से मान्य की है इसलिए यह शिक्षक वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति पाने वाले 1000 सहायक शिक्षकों के सूचि में आ जायेंगे. जिसके चलते कुछ सहायक शिक्षक प्रधान पाठक बनने से रह जायेंगे.

शिकायत करने वाले सहायक शिक्षकों का कहना है कि जिला पंचायत महासमुंद के अनुमोदन के पश्चात् जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा उक्त आदेश में आंशिक संशोधन करना उचित नहीं है. उन्होंने इन शिक्षकों को पदोन्नति हेतु पात्र ना मानते हुए दोषी अधिकारियों पर उचित कार्यवाही की मांग की गई है.




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