
उर्वशी साहू ने अभिनय से छत्तीसगढ़ी फ़िल्म जगत में बनाई खास जगह देश के कोने कोने तक पहुँचा रही रंगमंच के माध्यम से छत्तीसगढ़ की संस्कृति
उर्वशी साहू जहा फ़िल्म में अपनी दमदार एक्टिंग से जानी जाती है वही लोक मंच के जरिये छत्तीसगढ़ के लोक गीतों को देश प्रदेश में भी जाकर प्रस्तुत कर रही है उर्वशी साहू छत्तीसगढ़ में बंनाने वाली लगभग सभी फिल्मों में काम कर रही है अभी सबसे ज्यादा चर्चित सुंदरानी विडिवो वर्ल्ड की सुपर डुपर हिट फिल्म I Love You से उर्वशी साहू को एक अलग ही पहचान मिली इस फ़िल्म में दर्शोको ने कचरा बोदरा के रूप में उर्वशी साहू और उपासना की जोड़ी को खूब पसंद किया है.
इससे पहले भी उर्वशी उपासना ने ऑटो वाले भाटो,राजा छत्तीसगढिया में काम कर अपनी अभिनय से खूब तारीफ बटोरी रही है आज उर्वशी साहू और उपासना हर डायरेक्टर, प्रोड्यूसर की पहली पसंद बन चुके है इसको देखकर कहानी लिखते है उर्वशी फ़िल्म के साथ साथ स्टेज प्रोग्राम भी करती है उनकी खुद की लोक मंच की टीम है मया के संदेश जिसमे लगभग 30 कलाकार है उर्वशी इस टीम की संचालिका व निर्देशिका है उर्वशी के निर्देशन में ये टीम देश के साथ साथ अन्य प्रदेश में भी अपनी लोक गीतों की प्रस्तुति करती है, अभी उर्वशी अपनी टीम मया के संदेश को लेकर देहरादून,उत्तरप्रदेश, लखनऊ,हरिद्वार,अंडमान निकोबार,केरल, कोच्चि,दिल्ली,असम गई थी अभी 4 जनवरी से 12 जनवरी उर्वशी अपनी टीम के साथ दिल्ली और 17 जनवरी से 22 जनवरी को इलाहाबाद कुम्भ में सेंट्रल गवर्मेंट की तरफ से जा रही है जहां कर्मा गीत निर्त्य की प्रस्तूति 16 कलाकार के साथ रवाना होगी उर्वशी स्टेज के साथ ही साथ बड़ी संख्या में फ़िल्म भी कर रही है जिसमे मोहन के बिहाव, संगी संगवारी,और
I Love You 2 में भी नजर आएगी उर्वशी की बहुत से फ़िल्म रिलीज होने वाली है जनवरी में जिसमें सउत सउत के झगरा,राजाभैया,टुरा चाय वाला ,संगी रे,अतरंगी,सॉरी लव यू जैसी बड़ी फिल्मे है उर्वशी संगीत को साधना मानती है कहती है छत्तीसगढ़ को यहां की कला संस्कृति से जानी जाती है पर कलाकारों को अब तक अपने ही देश मे अच्छे से सम्मान नही मिला कुछ कलाकारों की रोजी रोटी का साधन ही कलाकारी है पर गाव के कलाकारों को कोई अच्छा पहचान नही मिलता उर्वशी फ़िल्म लोक मंच के साथ साथ समाज सेवा भी करती है जिससे उनको 2017 में कौशिल्या माता सम्मान मिला है.
उर्वशी कहती है मुझे बहुत बड़े बड़े सम्मान मिले पर देश को ताली और आशीर्वाद सबसे बड़ा सम्मान है उर्वशी हर किरदार बड़ी बखूबी से निभाती है चाहे वो माँ का हो या दादी का हो, या फ़िर मौसी का हो, चाहे खलनायिका, का हो कॉमेडियन के रूप में भी उर्वशी की एक्टिंग को काफी सराहा गया है जिसके लिए बेस्ट कॉमेडियन का आवर्ड भी मिला है बेस्ट एक्ट्रेस, बेस्ट खलनायिका अब तक बहुत सारे एवार्ड उर्वशी के नाम है उर्वशी कहती है मेरा पूरा परिवार कलाकार थे नाना चरणदास चोर के गीतकार और राइटर थे पापा तबला वादक और गीतकार थे गोदना गोदा ले गीत पापा के लिखे हुए थे मम्मी राजभारती आर्केस्ट्रा की सिंगर थी पर परिवार में कोई नही है अकेली कला यात्रा को आगे बढ़ते हुए स्टेज पे मर जाऊ बस यही तम्मना है उर्वशी कहती है संगीत ही मेरा जीवन है संगीत नई तो मैं नही क्योंकि मेरा नाम ही उर्वशी है जो इंद्र देव की नर्तकी थी एक्टिंग और डान्सिंग मेरा शौक है.