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कौआ की बातें सुनकर आ जाएगी आपके चेहरे पर मुस्कान. आपने भी देखा क्या बोलने वाले वायरल कौआ का वीडियो, इसानों की उतारता है नकल.

आपने तोता को बोलते सुना ही होगा. लेकिन आजकल सोशल मीडिया में एक बोलने वाला कौआ काफी वायरल हो रहा है. और कौआ की बातें सुनकर आपके चेहरे पर भी मुस्कान आ जाएगी. उसकी बातें इतनी प्यारी है कि, हर कोई उस कौआ का दीवाना हो गया है. आइये जानते है वायरल कौआ काल्या की कहानी.

यह अनोखी कहानी पालघर जिले के वाडा तालुका के गारगांव की है. यहां एक आदिवासी परिवार आम के बाग की देखभाल करता है. तीन साल पहले, जोरदार आंधी-तूफान में नीलगिरी के पेड़ की एक शाखा टूटकर गिर गई और उसके साथ एक छोटे कौए का घोंसला भी नीचे आ गिरा. उस घोंसले में एक नन्हा सा घायल कौआ था, जिसे मंगल्या मुकणे के बच्चों प्रतीक्षा (जिसे प्यार से परतु बुलाया जाता है) और सरगम ने घर ले जाकर संभाल लिया.

प्यार से घर में बुलाते है काल्या

बच्चों ने उस घायल कौए की देखभाल की, उसका इलाज किया और धीरे-धीरे वह परिवार का हिस्सा बन गया. प्यार से उसे ‘काल्या’ नाम दिया गया. मंगल्या मुकणे के परिवार की आदिवासी भाषा और बोलने का तरीका थोड़ा अलग है. घर के बच्चे अपने पिता को ‘काका’, मां को ‘आई’, और दादी को ‘आए’ कहकर बुलाते हैं.

नकल उतारने में माहिर है काल्या

तीन महीने पहले इस परिवार ने एक अनोखी चीज़ नोटिस की—उनका ‘काल्या’ सिर्फ कांव-कांव नहीं करता था, बल्कि घरवालों की नकल करने लगा था.
वह ‘परतु’, ‘सरगम’, ‘काका’, ‘आई’, ‘काकू’ जैसे शब्द बोलने लगा. इतना ही नहीं, अगर घर में कोई खांसता, तो वह भी खांसने की नकल करता.
जब बच्चे शोर मचाते, तो वह उन्हें ‘चुप-चुप’ कहकर डांटने भी लगा.

सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है काल्या का वीडियो, काल्या बना सोशल मीडिया स्टार

प्रतीक्षा ने इस अनोखे कौए का वीडियो बनाया और अपनी एक दोस्त को भेज दिया. दोस्त ने यह वीडियो व्हाट्सऐप ग्रुप्स और फेसबुक पर डाल दिया. देखते ही देखते ‘बोलने वाला काला कौआ’ इंटरनेट पर वायरल हो गया. अब यह अनोखा पक्षी चर्चा का विषय बन चुका है और आसपास के गांवों के लोग उसे देखने के लिए आ रहे हैं.

प्यार और देखभाल का है कमाल

कहते है ना प्रेम की कोई भाषा नहीं होती, इस कौआ ने इस बात को सच कर दिखाया है. ये बिल्कुल इंसानों की तरह बात करता है. और ये सिर्फ प्यार और देखभाल का कमाल है. काल्या की बातें इतनी प्यारी है की जो भी इसे सुनता है वो खुश हो जाता है. उसके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है. बेजुबान जानवरों को अगर प्यार मिले तो वो इसानों के साथ बहुत जल्दी घुलमिल जाते है. इसलिए हमें अपने आस-पास रह रहे बेजुबान जानवर या घायल जानवरों की मदद करनी चाहिए. जिससे वो भी अपना जीवन अच्छे से जी सकें.


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