
CG : मूंगफली की खेती से नारद पटेल ने 4 गुना से अधिक मुनाफा किया हासिल
परंपरागत खेती से इतर नगदी फसलों की ओर रुझान बढ़ने से ग्रामीण अंचलों में खेती एक लाभकारी व्यवसाय बनती जा रही है। फसल विविधीकरण अपनाकर किसान न केवल लागत में कमी ला रहे हैं, बल्कि आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि कर रहे हैं। ऐसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया है छुरिया विकासखंड के वनांचल ग्राम घोटिया के किसान नारद पटेल ने, जिन्होंने रबी मौसम में मूंगफली की खेती कर लागत से 4 गुना से अधिक मुनाफा हासिल किया है।
नारद पटेल ने एक हेक्टेयर भूमि में मूंगफली की खेती कर 12 क्विंटल उत्पादन प्राप्त किया, जिससे उन्हें 72 हजार रुपये की कुल आय हुई। इस फसल पर मात्र 14 हजार रुपये की लागत आई, जिससे उन्हें 57 हजार 953 रुपये की शुद्ध आमदनी प्राप्त हुई। मूंगफली की खेती में कम पानी, कम खाद और कम दवाई की आवश्यकता होती है, जिससे उत्पादन लागत काफी कम हो जाती है।
नारद पटेल के पास कुल 2 हेक्टेयर कृषि भूमि है, जिसमें से एक हेक्टेयर में वे उद्यानिकी फसलें और शेष एक हेक्टेयर में मूंगफली की खेती करते हैं। श्री नारद विगत 12 वर्षों से सब्जी, मक्का और मूंग की खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें फसल विविधिकरण का अच्छा खासा अनुभव है। कृषि विभाग द्वारा उन्हें टीआरएफए तिलहन योजनांतर्गत बीज प्रदान किया गया एवं खेत में निंदाई, गुड़ाई तथा फसल प्रबंधन में तकनीकी मार्गदर्शन दिया गया, जिससे उत्पादन बेहतर हुआ। उनकी इस सफलता से आसपास के किसान भी प्रभावित हुए हैं और अब वे भी फसल विविधीकरण तथा नगदी फसलों की उन्नत खेती की दिशा में प्रेरित हो रहे हैं।