
बरसात में होने वाली बिजली की दुर्घटनाओं से सावधान !
जो बिजली घर में उजाला लाती है, जीवन में सुविधा शब्द को जिसने नये आयाम दिये हैं वही बिजली आए दिन कोई न कोई हादसा या दहशत पैदा कर ही जाता है.
विद्युत दुर्घटना का अर्थ है ए.सी. या डी.सी. करंट द्वारा तार या साकेट छुए जाने पर बिजली का शरीर से गुजरना और ऐसा तेज झटका लगना या पकड़ लिया जाना जो प्राणघाती हो या जीवन भर के लिए अपंगता का कारण बने.
यदि ऐसे कारणों या संभावनाओं पता चल जाए जहां दुर्घटनाओं की आशंका हो, तो इस दुर्घटना में कमी लाई जा सकती है.
बरसात के मौसम आते ही अंचल के खेत खलियानों से बिजली की चपेट में आने से लोग गंभीर हादसे के शिकार हो जाते है, कई बार हादसा इनता गंभीर हो जाता है कि हादसे में शिकार व्यक्ति को जान तक गवांनी पड़ती है. इस धारा के प्रभाव में कई बार बेजुबान पालतू और जंगली पशु भी आ जाते है.
इससे बचने के लिए बरसात होने या जमीन गीली होने पर विद्युत पोलों एवं स्टे वायर को न छुएं, आज कल के खेतों में कई जगह बोर बनाकर बिना किसी सुरक्षा के सर्किट और कनेक्शन लगा दिया जा रहा है ऐसे जगहों से बच्चों और पालतू जानवर को दुर रखें.
यदि कहीं करेंट आने की जानकारी मिलती है तो उसके चारों ओर कटीली झाडियां या सुरक्षा के लिए कोई संकेत लगा दें एवं इसकी सूचना निकटतम बिजली कार्यालय को किसी भी माध्यम से दें. आंधी-तूफान या अन्य कारण से आकस्मात विद्युत लाइन के तार टूट जाने पर समीप जाकर उन्हें छूने का प्रयास न करें.
अपने गाँव अथवा शहर में स्कूलों के मैदान या उसके आसपास मे भी विधुत वायर और ट्रांसफार्मर पर भी नजर रखे. शहर और गाँव में बढ़ती आबादी सहित खेत खलिहानों में बीजली के खम्भे औऱ विधुत वायरों का मकड़ी जाल बनते जा रहा है. तेज आँधी तूफान के चलते कई बार विधुत पोल से वायर मुख्य मार्गो और खेत खलिहान जाने वाले मार्ग मे पड़ा रहता है जिसमे विधुत प्रवाह होता रहता है. ऐसे जगहों में भी सावधानी बरतें.