
बसना : सिंघनपुर में विकासखंड स्तरीय आयुष स्वास्थ्य शिविर सम्पन्न
संचालनालय आयुष विभाग छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार तथा जिला आयुष अधिकारी डॉ. ज्योति गजभिये के मार्गदर्शन से छत्तीसगढ़ रजत जयंती के अवसर पर विकासखण्ड स्तरीय निशुल्क आयुष स्वास्थ्य मेला विकासखण्ड बसना के ग्राम पंचायत सिंघनपुर में दिनांक 20/09/2025 को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक किया गया ।
सर्व प्रथम भगवान धन्वंतरी की पूजा अर्चना कि गई, इस बीच मंच पर ग्राम के उपसरपंच अनिल नाग ,अन्य विशिष्ट अतिथि टिकाराम कश्यप, हितेन्द्र कश्यप , रोहित नायक , हरिश्चंद्र कश्यप , डोलमणि कश्यप , गौरेन्द्र कश्यप , सदानंद चौधरी , उमाशंकर नर्मदा शिविर में आये सभी लाभार्थी ग्रामीण जन्य का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर औषधी पौधे का वितरण किया गया। डॉक्टरों के द्वारा विशेष रूप से शिविर में आये सभी व्यक्तियों को आयुर्वेद को अपने वन में अपनाने व स्वस्थ वनशैली ने के लिए प्रेरित किया गया।
इस शिविर में शिविर प्रभारी डॉ. रंजना पटेल आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के द्वारा रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला आयुष काढ़ा का वितरण कराया गया व डॉ मुक्ता बरिहा एवं डॉ शिवशंकर मांझी द्वारा प्रदर्शनी में लगी औषधी पौधा के फायदे के बारे में लोगों बताया गया और हर दिन हर घर में उपयोग ने आने वाली औषधी के बारे एवं शरद ऋतु में होने वाले पितज व्याधियों के बचाव के बारे में बताया गया।
इस निःशुल्क शिविर में 468 व्यक्ति को स्वाथ्य जाँच कर निःशुल्क औषधि प्रदान की गई साथ ही आयुष काढ़ा पिलाया गया, 68 व्यक्ति का हैमोग्लोबिन (H.B.), 217 व्यक्ति का B.P., व 124 व्यक्ति का Sugar जाँच एवं 24 किसानो को औषधि पौधा वितरित किया गया।
इस शिविर में डॉ. मुक्ता बरिहा (आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी), डॉ. शिवशंकर मांझी (आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी) डॉ दुष्यंत प्रधान (आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी), डॉ. देवेन्द्र कुमार नायक(आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी), डॉ दीक्षा सिंह (आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी), डॉ प्रियंका आयुष चिकित्सक धर्म सिंह ठाकुर(फार्मासिस्ट), गणेश सिंह जगत (फार्मासिस्ट), पैकरा (फार्मासिस्ट), चतुर्भुज स्वाइन (औषधालय सेवक), मनमोहन भास्कर(औषधालय सेवक), उजागर सिंह जगत, तक्ष कुमार(अंशकालीन स्वच्छक) राजकुमारी नाग, अघनमोती रामबती (अंशकालीन स्वच्छक)का एवं सरपंच एवं उपसरपंच सिंघनपुर व ग्रामीण जनों विशेष योगदान रहा। युवाओं को सेल्फी जोन में स्लेफ़ी लेकर आयुर्वेद के अनुसार ऋतुचर्या दिनचर्या के पालन के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया ।