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महासमुंद : रजत जयंती वर्ष पर जिले में 17 से 24 अक्टूबर तक मनाया जाएगा पशुधन जागृति अभियान

राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रजत जयंती वर्ष के अंतर्गत पशु चिकित्सा सेवाएं विभाग  द्वारा 17 अक्टूबर से 24 अक्टूबर 2025 तक पशुधन जागृति अभियान मनाया जाएगा।

उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. अंजना नायडू ने बताया कि अभियान के दौरान जिले के सभी विकासखण्डों में पशुपालकों की सक्रिय भागीदारी से विविध कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। जिसमें 17 अक्टूबर को विकासखण्ड स्तरीय पशु मेला एवं पशु प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। जिसमें अच्छे पशु-पक्षियों का प्रदर्शन एवं प्रतियोगिता के साथ पुरस्कृत किया जाएगा। इस अवसर पर पशु सखियों का प्रशिक्षण, सफल पशुपालकों की सफलता की कहानी साझा की जाएगी। साथ ही आवारा पशुओं में रेडियम बेल्ट लगाना, जूदृकिंनी नाशक दवाओं का छिड़काव एवं कृमिनाशक दवापान किया जाएगा। पशु परीक्षण अधिनियम की जानकारी कृषक संगोष्ठी के माध्यम से दी जाएगी।

इसी तरह 18 अक्टूबर को निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर आयोजित किया जाएगा, जिसमें कृत्रिम गर्भाधान से उत्पन्न वत्सों का प्रदर्शन, बकरियों के कृत्रिम गर्भाधान से उत्पन्न वत्सों की प्रदर्शनी, टीकाकरण, बधियाकरण एवं उपचार कार्य किया जायेगा। साथ ही आवारा पशुओं में रेडियम बेल्ट लगाई जाएगी और कृषक संगोष्ठी के माध्यम से पशु परीक्षण अधिनियम की जानकारी दी जाएगी। 

19 अक्टूबर को उन्नत पशु चारा प्रदर्शनी एवं कृषक संगोष्ठी आयोजित होगी। इसमें यूरिया पैरा उपचार का प्रदर्शन तथा हितग्राही मूलक योजनाओं के तहत बैकयार्ड कुक्कुट वितरण किया जाएगा। मोबाईल वेटरनरी यूनिट वाहन के माध्यम से विभागीय योजनाओं की ऑडियो-वीडियो प्रस्तुति भी की जाएगी।

22 अक्टूबर को विकासखण्ड के पंजीकृत एवं अपंजीकृत गौशालाओं में गौधन पूजा का आयोजन होगा। इस अवसर पर गौमाता की पूजा, खिचड़ी खिलाना, पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवाओं का छिड़काव किया जाएगा। 24 अक्टूबर को समापन दिवस पर निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन होगा। इसमें जू-किंनी नाशक दवाओं का छिड़काव, कृमिनाशक दवापान, टीकाकरण, बधियाकरण, बीमार पशुओं का उपचार, मोबाईल वेटेनरी यूनिट द्वारा रोग परीक्षण तथा विभागीय योजनाओं की ऑडियो-वीडियो प्रस्तुति दी जाएगी। उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं ने सभी पशुपालकों से अपील की है कि वे रजत जयंती वर्ष के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर पशुधन जागरूकता अभियान का लाभ उठाएं।


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