
पिथौरा : मोहगांव हाईस्कूल प्राचार्य पर छात्रा के गंभीर आरोप,वायरल विडियो ने खोली पोल।
जिले के पिथौरा ब्लाक स्थित शासकीय हाईस्कूल मोहगांव एक बार फिर विवादो में है। वायरल विडियो में स्कूल की एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि हाईस्कूल के प्राचार्य अपने कार्यालय में बुलाकर छात्राओ से आपत्तिजनक बातें करते है। जो कि शिक्षक की गरिमा के विपरीत है। यह आरोप संबधित विडियो वायरल होने से क्षेत्र में हलचल मच गई है। इस मामले में नया मोड तब आया जब प्राथमिक शाला के शिक्षक गौरीशंकर पण्डा ने 22 सितम्बर को महासमुन्द कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं जिला शिक्षा अधिकारी महासमुन्द कार्यालय में लिखित सूचना आवेदन पत्र प्रस्तुत करके जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग किया है।
गौरतलब है कि गौरीशंकर पण्डा ने प्रस्तुत आवेदन में बताया है कि 19 सितम्बर को 02 बजे गांव के सरपंच, पालको एवं शिक्षको की मौजूदगी में बैठक हुई थी। वहां पदस्थ ब्याख्याता बैसाखुराम भोई के पेन ड्राइव में विडियो था। जिसे भोजराज प्रधान प्रधानपाठक ने अपने लैपटाप में दिखाया है। तब मैने बैठक में ही इस विडियो को पहली बार देखा हूं। बैठक में बैसाखुराम भोई ने स्वयं स्वीकार किया कि ये विडियो उन्होने बनाया है।
इसके बाबजूद रोहित प्रधान अध्यक्ष शाला प्रबंधन समिति, प्राचार्य और संकुल समन्वयक अन्जय कश्यप एवं अहीर कुमार बरिहा मिलकर मेरे उपर में दबाब बना रहे है कि इस विडियो को वायरल करने की जिम्मेदारी ले, वरना स्कूल में प्रवेश करने तक रोक दिया जाएगा। अपने आवेदन में पण्डा ने आगे बताया कि इस प्रकार की धमकियो से उनका स्वास्थ्य बिगड रहा है। उन्होने आशंका जताई है कि उनके खिलाफ षडयंत्र रचकर कभी भी झूठे आरोप लगाकर फंसाया जा सकता है। इन्होने प्रशासन से मांग की है कि विडियो की निष्पक्ष जांच हो तथा जो दोषी हो, उन पर कार्रवाई की जाए। साथ ही निर्दोष व्यक्तियो पर झूठे आरोप नही लगाएं ताकि शिक्षा का माहौल खराब ना हो।
मालूम हो कि जब स्कूली छात्रा ने प्राचार्य की करतूत की शिकायत ब्याख्याता बैसाखुराम भोई से की। तब वहां संकुल समन्वयक अन्जय कश्यप भी उपस्थित था। कश्यप का रवैया भी सवालो के घेरे में है। विडियो में अन्जय कश्यप उस छात्रा से बार-बार कहते नजर आ रहे है कि वह इस तरह की शिकायत न करे और पढाई पर ध्यान दे। इतना ही नही उस छात्रा को सख्त हिदायत दी कि यह बात किसी और को नही बतलाए।
हैरानी की बात कि छात्रा की गंभीर शिकायत आरोप को अन्जय कश्यप द्वारा जिस तरीके से दबाया गया है। उससे पूरे मामले की संवेदनशीलता को और बढा दिया है। शिक्षा के मंदिर में जहां छात्राओ की सुरक्षा और सम्मान सर्वोपरि होना चाहिए, वहां इस तरह का रवैया प्रशासन और समाज दोनो के लिए चिन्ता का विषय है। इस शिकायत की जांच के संबंध पर विजय कुमार लहरे डीईओ महासमुन्द से चर्चा करने पर बताया कि मुझे इस शिकायत आवेदन की जानकारी नही है, कार्यालय में जाकर पता करके बताता हूं।