
बसना : टिकरापारा जर्जर स्कूल भवन बन सकता है हादसे का कारण
टिकरापारा इंग्लिश मीडियम प्राथमिक शाला के भवन के दीवारों की ईंट घुल कर दीवाल में एक से दो फिट तक हो चुकी है छिद्र
नागरिकों ने प्रशासन से की भवन को तत्काल डिस्मेंटल कराने की मांग
सी डी बघेल। बसना
बसना नगर स्थित शासकीय प्राथमिक शाला (इंग्लिश मीडियम ) टिकरापारा का एक पुराना स्कूल भवन कई सालों से गंभीर जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है। अत्यंत पुराना भवन होने के कारण अब दीवारों की ईंटें खराब हो चुकी हैं, घुल चुकी हैं और कई स्थानों पर एक से दो फिट तक बड़े-बड़े छेद हो गए हैं। भवन का लेंटर भी कमजोर पड़ चुका है, जो कभी भी गिर सकता है। भवन गिरने से लेंटर का हिस्सा एवं मलबा दूसरे भवन को नुकसान पहुंचा सकता है । जिससे स्कूल में अध्यनरत बच्चों, अध्यापकों एवं रसोइयों एवं मार्ग में आना जाना करने वाले लोगों को नुकसान पहुंच सकता है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जिस तरह 25 जुलाई 2025 को जिला झालावाड़, राजस्थान में एक पुराना स्कूल भवन गिर कर भवन के लेंटर और मलबा पास के स्कूल भवन को गिरा दिया जिससे कई बच्चों की जान चली गई, वैसी ही जर्जर स्थिति टिकरापारा स्कूल की भी हो चुकी है। यहां यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो किसी भी दिन बड़ी अनहोनी घट सकती है। विद्यालय में वर्तमान में मात्र 44 छात्र अध्ययनरत हैं, जिन्हें दो शिक्षिकाएं पढ़ा रही हैं। विद्यालय परिसर में दो अन्य नया और मजबूत भवन भी मौजूद है, जो लगभग खाली पड़ा हुआ है। ऐसे में शिक्षण के लिए पर्याप्त स्कूल भवन उपलब्ध हैं, परंतु जर्जर भवन अब बच्चों और शिक्षिकाओं के लिए खतरे का कारण बन चुका है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जर्जर भवन के पास ही विद्यालय की रसोई कक्ष स्थित है, जहां माताएं बच्चों के लिए भोजन बनाती हैं। यदि कभी यह भवन भरभराकर गिरा, तो इसका लेंटर का हिस्सा, मलबा पास के स्कूल भवन और रसोई भवन को भी क्षतिग्रस्त कर सकता है। इससे गंभीर जनहानि की आशंका है। विद्यालय के प्रधान पाठक द्वारा इस स्थिति की जानकारी तत्कालीन विकासखंड शिक्षा अधिकारी को दी गई थी । शिक्षा अधिकारी द्वारा मामले की रिपोर्ट तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, बसना को भेजी गई थी, किंतु अब तक भवन को डिस्मेंटल (ध्वस्त) करने की दिशा में कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है।
टिकरापारा क्षेत्र के नागरिकों ने नवभारत के माध्यम से प्रशासनिक अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे इस जर्जर भवन को तत्काल डिस्मेंटल कराने में प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराएं, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना या अनहोनी की स्थिति उत्पन्न न हो। इस संबंध में जब विकासखंड शिक्षा अधिकारी बद्री विशाल जोल्हे से नवभारत ने चर्चा की, तो उन्होंने कहा कि विद्यालय भवन की स्थिति वाकई चिंताजनक है। हम शीघ्र ही अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, बसना को औपचारिक रूप से पत्र भेजकर इस भवन को डिस्मेंटल करने का अनुरोध करेंगे, ताकि विद्यार्थियों और शिक्षिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। स्कूल परिसर में पर्याप्त स्कूल भवन खाली होने के कारण उक्त जर्जर स्कूल भवन को गिराकर वहां नई इमारत की आवश्यकता नहीं है, बल्कि उस हिस्से को समतल कर अहाता (घेरा) बनाया जाए, जिससे विद्यालय परिसर में सामाजिक तत्वों का प्रवेश न हो सके। जब अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बसना हरिशंकर पैकरा का इस ओर ध्यान आकृष्ट किया । तब उन्होंने जर्जर स्कूल भवन के डिस्मेंटल करने की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ करने की बात कही।