आंध्र प्रदेश में बनेगा AI विश्वविद्यालय
आंध्र प्रदेश सरकार कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) विश्वविद्यालय स्थापित करने की तैयारी कर रही है। यह जानकारी राज्य के शिक्षा, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश ने दी। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए मंत्री ने बताया कि राज्य में स्कूल स्तर से ही AI पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इसके लिए सरकारी स्कूलों में AI और रोबोटिक्स लैब्स भी स्थापित की जा रही हैं।
लोकेश ने ब्रिस्बेन और गोल्ड कोस्ट में कई शीर्ष विश्वविद्यालयों, व्यापारिक नेताओं और नवाचार विशेषज्ञों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने शिक्षा, निवेश और खेल बुनियादी ढांचे को लेकर साझेदारी मजबूत करने पर चर्चा की। क्वींसलैंड ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट द्वारा आयोजित एक शिक्षा सम्मेलन में लोकेश ने कहा कि आंध्र प्रदेश शिक्षा सुधारों में अग्रणी राज्य बन रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण योजनाओं में AI का उपयोग कर रही है, जिससे सेवाएं और अधिक प्रभावी हो रही हैं।
ग्रिफिथ यूनिवर्सिटी, गोल्ड कोस्ट परिसर की यात्रा के दौरान लोकेश ने विश्वविद्यालय की वाइस प्रेसिडेंट (ग्लोबल) मार्नी वॉटसन से मुलाकात की। उन्होंने विश्वविद्यालय के खेल इंफ्रास्ट्रक्चर और नवाचार पहल पर चर्चा की। लोकेश ने ग्रिफिथ यूनिवर्सिटी इंडिया सेंटर को आंध्र प्रदेश में स्थापित करने का प्रस्ताव रखा, ताकि छात्र विनिमय, संयुक्त शोध और अकादमिक सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने विश्वविद्यालय को AP स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, SRM–AP, आंध्र यूनिवर्सिटी, और VIT–AP जैसे संस्थानों के साथ साझेदारी करने का आमंत्रण दिया।
उन्होंने विश्वविद्यालय को अगले महीने पार्टनरशिप समिट–2025 और AP ग्लोबल एजुकेशन फोरम में भाग लेने के लिए भी आमंत्रित किया। ब्रिस्बेन में, मंत्री ने भारत के वाणिज्य दूतावास और ऑस्ट्रेलिया-इंडिया बिजनेस काउंसिल (AIBC) द्वारा आयोजित उच्चस्तरीय व्यावसायिक बैठक में भाग लिया। उन्होंने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (ECTA) के बाद दोनों देशों का व्यापार 24.1 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जिसमें आंध्र प्रदेश की बड़ी भूमिका रही है।
लोकेश ने बताया कि मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में पिछले 16 महीनों में राज्य में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश आए हैं, जिनमें गूगल और आर्सेलर मित्तल जैसी कंपनियां शामिल हैं।
इसके अलावा, लोकेश ने जेम्स कुक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कैल ज़ेंगर से मुलाकात कर मत्स्य पालन (Aquaculture) में सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने रोग-रोधी और उच्च उत्पादकता वाली मछलियों और झींगा प्रजातियों के विकास में मदद मांगी। लोकेश ने पॉप्युलस नामक वैश्विक खेल वास्तुशिल्प कंपनी के अधिकारियों से भी मुलाकात की, जिसने लंदन ओलंपिक स्टेडियम, अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम, और न्यूयॉर्क का यांकी स्टेडियम डिजाइन किया है। उन्होंने कंपनी को आंध्र प्रदेश के स्पोर्ट्स हब विजन में सहयोग देने के लिए आमंत्रित किया।