बसना : आपातकाल से लड़ने वाले जनसंघ के सदस्य जोगेन्दर सिंग टाईगर का दुखद निधन.
25 जून 1975 को देश में लागू आपातकाल से लड़ने वाले जनसंघ के सदस्य एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जोगेन्दर सिंग टाईगर का आज रविवार को दुखद निधन हो गया, जिससे क्षेत्र में शोक की लहर है. जोगेन्दर सिंग टाईगर जी का अंतिम संस्कार कल 22 नवंबर को सुबह 9 बजे किया जायेगा.
जोगेन्द्र सिंग टाइगर को वर्ष 1975 में जेल में यातनाएं झेलनी पड़ी थीं. सन 1975 में आधी रात को लगाई गई आपातकाल में रातो रात कई जनसंघ के नेताओ को जेल में ठूस दिया गया था, जिसमे बसना के मीसा बंदी जोगेन्दर सिंग टाइगर भी जेल में 18 महीने बिताये थे.
संक्षिप्त परिचय
टाइगर जोगिंदर सिंह का जन्म 14 अगस्त सन 1937 को हुआ था, टाइगर जोगिंदर सिंह के पिता का नाम सरदार ज्ञान सिंह व माता का नाम माया देवी है. देश विभाजन के बाद उन्हें परिवार संभालने के लिए शिक्षा का मौका नहीं मिला. फिर जन सेवा को ही अपना जीवन दे दिया.
इसके बाद जनसेवा करते हुए वे वर्ष 1963 में जनसंघ के सक्रिय सदस्य बने, और 1963 से निरंतर राजनीतिक कार्य में, अपरिचित स्थानों में लोगों को जीवन शैली में सुधार के लिए लोगों को प्रेरित किया.
उन्होंने देश उन्नति एवं सुधार अनगिनत कार्य किए, लोगों को नागरिक शास्त्र, कर्तव्य, अधिकार से अवगत कराया, उन्होंने राजनीति को जनसेवा का साधन समझते हुए उसमें भाग लिया.
जोगेन्द्र सिंग टाइगर वर्ष 1964 में बसना के ग्राम पंचायत बड़े ढाबा के सरपंच, किसान राईस मिल के अध्यक्ष, को-आपरेटिव बैंक के डायरेक्टर, और बीजेपी में दो बार बीजेपी में जिला उपाध्यक्ष के पद में भी रहे.