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आज से नौतपा की शुरुआत, जानें आने वाले 9 दिनों में क्या करें और क्या नहीं

आज से नौतपा की शुरुआत होगी. सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही नौतपा शुरू हो जाता है. नौतपा 25 मई से शुरू होकर 8 जून तक रहेगा. सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में 25 मई से लेकर 8 जून 2022 तक रहेंगे लेकिन शुरुआत के 9 दिनों में ही सबसे ज्यादा गर्मी रहती है.

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष ज्येष्ठ मास की ग्रीष्म ऋतु के साथ नौतपा की शुरुआत हो जाती है. माना जाता है कि इस दिन सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं. जहां वहां पर पूरे 15 दिनों तक रहते हैं. माना जाता है कि रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही शुरुआत के नौ दिन भीषण गर्मी पड़ना शुरू हो जाता है.

वैज्ञानिक दृष्टिकोण की बात करें, तो नौतपा के दौरान तेज हवा, बारिश के साथ-साथ तूफान तक आने की स्थिति बन जाती है. जब सूर्य की किरणें पृथ्वी पर पड़ती है तो वातावरण गर्म हो जाता है. ऐसे में आंधी-तूफान की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नौतपा के दौरान किसी भी मांगलिक कार्य को करने से पहले सौ बार सोचा जाता है. क्योंकि नौतपा के दौरान ग्रहों का शुभ के साथ-साथ अशुभ प्रभाव भी अधिक पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 25 मई को दोपहर 2 बजकर 50 मिनट पर सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. जो 8 जून को सुबह 6 बजकर 40 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे.

नौतपा में ना करें ये काम

- नौतपा के दौरान तूफान, आंधी आने की आशंका काफी बढ़ जाती है ऐसे में इस दौरान शादी, मुंडन और बाकी मांगलिक कार्यों को करने से बचना चाहिए.

- नौतपा में सूरज की गर्मी से पूरी धरती तपती है. इस दौरान दिन के समय यात्रा करने से बचना चाहिए. ऐसा ना करने से आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

- इस दौरान अधिक मिर्च, मसाले और तेल वाली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.

- नौतपा में मांस, मदिरा का सेवन करने से बचना चाहिए. इससे आपकी सेहत खराब हो सकती है.

- इस महीने खासतौर पर बैंगन नहीं खाने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा इस दौरान दिन में सोने से बचना चाहिए.

नौतपा के दौरान क्या करें

- नौतपा के दौरान हल्का भोजन करना चाहिए जो आसानी से पच जाए.

- इस दौरान पानी का अधिक मात्रा में सेवन करना चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो.

- नौतपा में पक्षियों के लिए किसी मिट्टी के बर्तन में जल भरकर रखना चाहिए. ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.

- इस दौरान राहगीरों को जल का सेवन कराना चाहिए, इससे सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं.

- शिवलिंग पर जल चढ़ाना भी नौतपा में शुभ माना जाता है.

- इस महीने भगवान हनुमान की पूजा का विशेष महत्व होता है माना जाता  है कि ज्येष्ठ के महीने में ही हनुमान जी की मुलाकात भगवान श्रीराम से हुई थी.




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