
सरायपाली : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायपाली में विश्व एड्स दिवस मनाया गया
सरायपाली : स्वर्गीय मोहनलाल चौधरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायपाली में विश्व एड्स दिवस मनाया गया जहां पर खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एच एल जांगड़े ने बताया कि एड्स बीमारी एचआईवी के इंफेक्शन से होता है जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमताएं खत्म हो जाता है जिससे कई बीमारियां उन्हे घेर लेता है और उनकी मृत्यु हो जाता है इस बीमारी की पुष्टि हेतु एलिसा टेस्ट किया जाता है एड्स बीमारी में सीडी 4 सेल जो कि स्वस्थ व्यक्ति के खून 500 से 1600 होता है जो कि इस बीमारी की इन्फेक्शन से 200 से नीचे आ जाता है। यह बीमारी असुरक्षित यौन संबंध ,संक्रमित ब्लड ट्रांसफ्यूजन, संक्रमित सीरीज निडिल का उपयोग, शरीर में गोदना गोंदवाना, नाक कान छेदवाने, टैटू बनवाने, संक्रमित मां के दूध से बच्चे को फैलने की संभावना होती है यदि समय रहते इस बीमारी का पता चल जाए तो मरीज का एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी से इलाज करके उनके जीवन काल में बढ़ोतरी किया जा सकता है।
इसी कड़ी में खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी टी आर धृतलहरे ने बताया कि एड्स बीमारी का पहला केस दुनिया में 1959 में कांगो में मिला उसके बाद अमेरिका में 1968 में तथा भारत के चेन्नई में 1986 में इसका पहला कैसे मिला। एड्स बीमारी की भयावता का आकलन इसी से किया जा सकता है की पूरी दुनिया में प्रतिदिन 900 बच्चे इस बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं और इस दुनिया में आने से पूर्व ही उनके लिए कब्र खोदा जा चुका होता है एड्स बीमारी के संबंध में समाज भ्रांतियां व्याप्त है कि एड्स हाथ मिलाने से, एक साथ सोने से ,खाना खाने से, मच्छर के काटने से, सार्वजनिक टॉयलेट का उपयोग से यह बीमारी फैलता है जो कि सही नहीं है इसे दूर किया जाना है यदि कोई व्यक्ति के जनन अंग में घाव, सफेद पीला स्राव जैसे समस्याओं से ग्रसित हैं तो उसका इलाज तत्काल नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर इलाज कराना चाहिए । इससे भी एड्स बीमारी का संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है विश्व एड्स दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों में इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाना है एवं इस वर्ष का 2023 का थीम है समुदाय का नेतृत्व करने का है सावधानी के तौर पर हमें सुरक्षित यौन संबंध (कंडोम का उपयोग) एवम् एड्स के सभी प्रोटोकाल का पालन करना है इस कार्यक्रम में डॉक्टर रमेश साहू, डॉक्टर कुणाल नायक, हेमचंद मांझी, राजकुमार पटेल, भुनेश्वर पटेल, ब्रह्म प्रकाश कर , रेखा सिंह,आर एन दुबे व सीएचसी सरायपाली के सभी स्टॉफ उपस्थित रहे।