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बसना - उठाव नहीं होने से बसना और पिरदा शाखा के कई खरीदी केंद्रों में धान बोरों का ढेर

धान खरीदी केंद्रों में खरीदे गए धान का उठाव नहीं होने से बसना एवं पिरदा शाखा के कई खरीदी केंद्रों में धान बोरों का ढेर लगा हुआ है। धान खरीदने के शासन के नए-नए नियम के चलते किसान एवं खरीदी प्रभारी आक्रोशित हैं। यह स्थिति लगातार कुछ दिनों तक रही तो बहुत जल्दी धान खरीदी ठप पड़ सकती है।
धान खरीदी केंद्रों में खरीदे गए धान का उठाव नहीं होने से बसना एवं पिरदा शाखा के कई खरीदी केंद्रों में धान बोरों का ढेर लगा हुआ है। धान खरीदने के शासन के नए-नए नियम के चलते किसान एवं खरीदी प्रभारी आक्रोशित हैं। यह स्थिति लगातार कुछ दिनों तक रही तो बहुत जल्दी धान खरीदी ठप पड़ सकती है।
पिरदा शाखा के 5 खरीदी केंद्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुल 60388 कट्टा धान जाम पड़ा हुआ है। जबकि उपार्जन केंद्रों से खरीदी किए गए धान को 72 घंटे के अंदर परिवहन करने के निर्देश हैं। लेकिन, धान उठाव नहीं होने के कारण धान में सूखत आना स्वभाविक है, जिससे शासन को आर्थिक क्षति होना निश्चित है। 8 दिसंबर तक मात्र 53 प्रतिशत धान का परिवहन हो सका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पथरला उपार्जन केंद्र के 2 केंद्रों में 18852 कट्टा धान का परिवहन नहीं हो सका है। उसी प्रकार पिरदा उपार्जन केंद्र में 15242, आरंगी में 13280 तथा सरकंडा में 13013 बोरा धान परिवहन के लिए शेष है। ज्ञात हो कि परिवहन शेष होने से उपार्जन केंद्र के फड़ जाम हो चुके हैं। यदि परिवहन युद्घ स्तर पर न हो तो अगले 1-2 सप्ताह में खरीदी प्रभावित होगी। मिलर्स सरकारी नियम के जटिलता के कारण धान उठाव नहीं कर रहे हैं। दूसरी ओर धान खरीदी के नए-नए नियम से किसान खासा नाराज हैं।


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