मंगल भवन बसना में मनाई गई आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका सम्मान दिवस
हमारे देश के भविष्य के निर्माता जो छोटे-छोटे नन्हे बच्चे अपने स्कूल जीवन के पहले अक्षर ज्ञान लेने आंगनबाड़ी पहुंचते हैं वहां देखरेख करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं हेतु सम्मान दिवस को बड़े ही धूमधाम से मंगल भवन बसना में मनाई गई। सर्व विदित है कि हमारा भारत देश में ग्रामीण क्षेत्रों का हिस्सा ज्यादा है और यहां पर आंगनवाड़ी हर ग्राम पंचायत में खुला हुआ है जो की छोटे बच्चों के लिए एक वरदान साबित हो रही है।
गांव के छोटे मजदूर किसान जब खेतों में या कहीं अन्य जगह काम करने जाते हैं तो उनके बच्चों को आंगनबाड़ी सहायिका और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ही संभालते हैं। साथ-साथ उनका अक्षर ज्ञान, रंगों को पहचाना, पक्षियों का नाम, जानवरों का नाम, इंग्लिश अल्फाबेट, गिनती, बाराखडी, छोटे-छोटे कविताएं एवं कहानियां यह सारी चीज यहीं आंगनबाड़ी से बच्चे सीखते हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं का काम बहुत ही ज्यादा रहता है चुनाव ड्यूटी से लेकर पल्स पोलियो अभियान, बच्चों की देखरेख उनका टीकाकरण उन्हें पोषण आहार प्रदान करना एवं अन्य विभिन्न कार्य जो कठिनाइयों से भरा होता है उसे पूर्ण करते हैं। जिसको ध्यान रखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को सम्मान करने हेतु मंगल भवन बसना में यह कार्यक्रम आयोजित की गई थी। जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को जो अपने-अपने केंद्र में अच्छा कार्य किए हैं उनका सम्मान और मोमेंटो प्रदान की गई। इस सम्मान समारोह के अवसर पर बसना ब्लॉक से बहुत अधिक संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका, साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की उपस्थित रही।