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स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय महासमुंद में महिला दिवस का आयोजन

आज महाविद्यालय में प्राचार्य प्रो. डॉ. अनुसुइया अग्रवाल (डी. लिट.) के निर्देशन में स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय महासमुंद में महिला दिवस  का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर प्रारंभ किया गया। सर्वप्रथम प्रोफेसर डॉ. अनुसुइया अग्रवाल (डी.लिट) ने स्वागत उद्बोधन देते हुए बताया की पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। 8 मार्च का दिन महिलाओं को समर्पित है। यह दिन नारी शक्ति और महिलाओं की उपलब्धियों को सलाम करने का है। महिला दिवस का दिन हमें नारी की हर छोटी-बड़ी लड़ाई को सम्मान देने और उनके सपनो को पंख देने का मौका देता है। यह दिवस हमें महिलाओं द्वारा समाज में दिए गए योगदान, उनके संघर्ष तथा उनके सामने आने वाली चुनौतियों की याद दिलाता है। इस दिन उन्हें यह एहसास कराया जाता है कि वे हमारे लिए कितनी खास हैं। भारत में आजादी के बाद लगातार सुधारों से महिलाओं को पुरुषों की तरह सशक्त बनाया गया है। आज महिलाएँँ स्वावलंबी और स्वतंत्र है। इसीलिए अब कहा जाने लगा है कि महिलाएँ प्रगति की शिखर की ओर अग्रशित हैं। उन्होंने उद्बोधन के अंत में सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं प्रदान की।

इसके पश्चात महाविद्यालय की वरिष्ठ प्रध्यापक प्रतिमा चंद्राकर ने बताया कि मनु स्मृति में स्पष्ट उल्लेख है कि जहां स्त्रियों का सम्मान होता है वहां देवता रमण करते हैं, वैसे तो नारी को विश्वभर में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है किंतु भारतीय संस्कृति एवं परंपरा में स्त्रियों का सदियों से विशेष स्थान रहा है। फिर भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर वर्तमान में यदि खुले मन से आकलन करें तो पाते हैं कि महिलाओं को मिले सम्मान के उपरांत भी ये दो भागों में विभक्त हैं। एक तरफ एकदम से दबी, कुचली, अशिक्षित और पिछड़ी महिलाएं हैं तो दूसरी तरफ प्रगति पथ पर अग्रसर महिलाएं। कई मामलों में तो पुरुषों से भी आगे नई ऊंचाइयां छूती महिलाएं हैं।

इसके पश्चात महाविद्यालय के वरिष्ठ प्रध्यापक श्री रवि देवांगन ने भी सभी महिला अधिकारियों एवं कर्मचारियों को महिला दिवस के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए महिला दिवस की के बारे में जानकारी प्रदान की। महाविद्यालय के प्राध्यापक श्री तरुण बांधे ने महिला सशक्तिकरण के बारे में संदेश देते हुए सभी महिला अधिकारियों एवं कर्मचारियों को महिला दिवस की शुभकामनाएं दी। इसके बाद महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय के अतिथि व्याख्याता सुश्री माधुरी दीवान भी महिलाओं के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। भौतिकी की व्याख्याता श्रीमती शिखा साहू ने रूढ़ीवादी सामाजिक कुरीतियों को दूर कर महिलाओं को और अधिक सम्मानीय स्थान दिलाने हेतु प्रयासों पर जोर दिया। उद्बोधन के अंत में समाजशास्त्र की अतिथि व्याख्याता डॉ. ग्लेग्डिस मैथ्यू ने भी प्राचीन काल से महिलाओं की भूमिका को स्पष्ट करते हुए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं प्रदान की।

कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालयक के गणित के अतिथि व्याख्याता श्री निलेश कुमार तिवारी ने किया। कार्यक्रम की अंत में आभार प्रदर्शन महाविद्यालय के अंग्रेजी के अतिथि व्याख्याता श्री संजय कुमार ने किया। इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर (सहायक प्राध्यापक हिन्दी), श्री रवि देवांगन (सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र),  अतिथि व्याख्याता डॉ. ग्लैडिस एस. मैथ्यू, श्री मुकेश कुमार सिंहा, सुश्री माधुरी दीवान, श्रीमती शिखा साहू, श्री निलेश तिवारी, क्रीड़ा अधिकारी श्री तृपेश साहू तथा प्रयोगशाला तकनीशियन श्री शेष नारायण साहू, श्री जगतारण दास बघेल, कंप्यूटर ऑपरेटर श्री नानक साहू, स्वच्छक श्री कौशल साहू, एवं श्रीमती सविता तुर्के उपस्थित रहे।


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