
बसना : नाग पंचमी में सर्प दंश से पीड़ित मरीज को मिला नया जीवन, ईलाज उपरान्त डाक्टरों का जताया आभार
सावन के भारी बारिश में सर्प दंश एवं जहरीले कीड़ों का कटना सामान्य है ऐसा ही एक दिन था जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसना में कुछ दिनों पूर्व संध्या में चिकित्सक एवं नर्स, भारी भीड़ में एक्सीडेंट और एक मूर्छित बालिका का ईलाज कर रहे थे । तभी विनय प्रधान स्वास्थ्य कार्यकर्ता को सूचना मिली कि नरसिंगपुर में किसी व्यक्ति का जहरीले सर्प दंश हुआ है, जिसपर उन्होंने तत्काल मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसना जाने कहा एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. नारायण साहू एवं चिकित्सकों को घटना के संबंध में सूचित किया । इसके बाद सर्प दंश से पीड़ित व्यक्ति के अस्पताल पहुँचने पर पूर्व से ही सभी जीवन रक्षक दवाईयों एवं एंटीस्नेकवेनम से तैयार चिकित्सकों ने सर्प दंश से पीड़ित का ईलाज कर उसकी जान को बचा लिया ।
उपचार के बाद पीड़ित ने कहा कि यह मेरा नया जीवन है, पीड़ित तरुण बारीक ने कहा कि मैं डॉक्टर केशव साहू एवं अन्य सभी चिकित्सकीय दल का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे नया जीवन दिया। जब मैं अस्पताल पहुंचा था तो मुझे होश नहीं था, मेरे प्रियजनोंके रोने की आवाज मुझे सुनाई दे रही थी । मैं अंतिम समय में भगवान भोलेनाथ को याद कर रहा था और मुझे भगवान रूपी डॉक्टरों ने बचा लिया ।
सर्प दंश पीड़ितों का ईलाज उपरात आभार प्राप्त करना गर्व की बात – डॉ .केशव
चिकत्सा अधिकरी डॉक्टर केशव साहू ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता विनय प्रधान के पूर्व सूचना एवं अस्पताल कर्मियों विशेषकर ड्यूटी पर उपस्थित नर्स के वजह से हम व्यस्तता में भी आपातकालीन सेवा हेतु तैयार थे । जब सर्प दंश पीड़ित अस्पताल आया तो उसका स्थिति बहुत ही नाजुक थी । मरीज के परिजन रेफर जाना चाहते थे, पर रेफर के लिए भी समय नहीं था हमे अपने उपचार पर भरोसा था इसलिए चिकित्सकीय दल के रूप में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जेपी प्रधान, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दयानंद होता का मार्गदर्शन मिलना मरीज के लिए हितकारी सिद्ध हुआ । सर्प दंश पीड़ितों का ईलाज उपरात आभार प्राप्त करना गर्व की बात है।
एंटीस्नेकवेनम ही सही उपचार – डॉक्टर होता
शिशु रोग विशेषज्ञ के रूप में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसना में पदस्थ डॉक्टर दयानंद होता बताते है कि अधिकतर सर्प दंश पीड़ित मरीजों की जान लेट अस्पताल आने के कारण ही होती है । सभी नजदीकी अस्पताल में एंटीस्नेक वेनम के साथ जीवन रक्षक दवाईयों उपलब्ध रहता है । विषैले एवं सामान्य सर्प से पीड़ितों को पहचानने में चिकित्सक विशेषज्ञ होते है । इसलिए सर्पदंश होने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल लाना चाहिए ।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नारायण साहू ने विकास खण्ड बसना के सभी जनों को नागपंचमी की शुभकामनाएं देते हुए कहते है कि मुझे अपने स्वास्थ्य विभाग बसना परिवार पर गर्व है कि ग्राम स्तर से लेकर उप स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक के चिकित्सकीय दल के सहजता से किसी हितग्राही का सफल ईलाज उपलब्ध करवाया गया । मरीज के हितों के रक्षा करना , मुफ्त ईलाज एवं मुफ्त दवाइयां उपलब्ध करवाना हमारी प्राथमिकता है।