
अब पटवारियों को सप्ताह में दो दिन बैठना होगा अपने मुख्यालय में, राज्य शासन ने जारी किया आदेश.
पटवारियों के मुख्यालय में उपस्थित नहीं रहने की शिकायत के बाद छत्तीसगढ़ शासन के सचिव, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन ने 7 अगस्त 2019 को शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए पटवारियों के मुख्यालय में बैठने हेतु आदेश जारी किया है.
पटवारी कार्यालयों में पटवारियों की अनुपस्थिति के चलते ग्रामीणों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. इन परेशानियों से निजात दिलाने के लिए छग सरकार ने पटवारियों के लिए अब कड़ा गाईड लाईन तय कर दिया है.
कांग्रेस सरकार के जारी नए गाईड लाईन के मुताबिक अब कोई भी पटवारी अपने मुख्यालय से गायब नही रहेगा, जिन पटवारी का प्रभार अन्य हल्का नम्बर में है उनके लिए भी विशेष नियम निर्धारित किये गए हैं. शासन द्वारा जारी निर्देशों में साफ किया गया है कि जिन आवेदनों पर कार्यवाही पटवारी कार्यालय से सम्भव है उन आवेदनों का निराकरण उसी दिन किया जाना है.
इसके अलावा यह भी साफ-साफ लिखा है कि सोमवार -मंगलवार को पटवारियों के लिए किसी अधिकारी के द्वारा कोई बैठक आहूत नही की जाएगी और ऐसा किये जाने सम्बन्धित अधिकारी भी कार्यवाही के दायरे में आएगा.
पटवारियों को अब मुख्यालय की ग्राम पंचायतों में प्रत्येक सोमवार व मंगलवार को सुबह 10.बजे से शाम 5.30 बजे तक बैठना अनिवार्य होगा. यदि पटवारी के पास एक से अधिक हल्का का प्रभाव है तो वे सोमवार को एक पटवारी हल्का मुख्यालय के तथा मंगलवार को दूसरे हल्का पटवारी मुख्यालय के ग्राम पंचायत भवन में उपस्तिथ रहेंगे.
मूल पदस्थापना वाले स्थान में पंचायत भवन में ड्यूटी देंगे.
पटवारी को ग्राम पंचायत भवन में उपस्थित रहकर भूमि संबंधित समस्याओं की जानकारी व आवेदन लेना होगा. जिन आवेदनों का निराकरण पंचायत भवन में ही संभव हो, ऐसे आवेदन का उसी दिन निराकरण करना होगा. अन्य आवेदनों का निराकरण सप्ताह के बचे हुए दिन में करना अनिवार्य होगा. जिन आवेदन को तहसील स्तर से हल किया जाना है, उन्हें नियत समय पर तहसीलदार को सौंपेंगे. वहीं इस आवेदनों को रजिस्टर में रिकॉर्ड करना होगा.
समय में करना होगा हल
पटवारियों को आवेदन प्राप्त करने के बाद उनका निराकरण तय समय में करना होगा. जो नियम व समय शासन ने निर्धारित किया है, उसे उसी में पूरा करना होगा. अगर वह नहीं हो पाता है तो इसके कारण की जानकारी संबंधित व्यक्ति को देने के साथ ही रजिस्टर में भी अंकित करनी होगी.
तहसीलदार करेंगे जांच
यदि कोई पटवारी अपने मुख्यालय से नदारद रहता है तो इसके लिए जांच की जिम्मेदारी तहसीलदारों को जिम्मेदारी गई है. पटवारियों को सोमवार व मंगलवार को अधिकारी भी किसी अन्य काम में नहीं लगा सकेंगे. अगर वह अपने मुख्यालय में सोमवार व मंगलवार को अनुपस्थित मिलेंगे तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.