
CG : शराब के नशे में कार्यालय पहुंचने वाले विकास विस्तार अधिकारी निलंबित
बेमेतरा। जिले के साजा जनपद पंचायत में पदस्थ विकास विस्तार अधिकारी कमलेश साहू को जिला पंचायत CEO प्रेमलता पदमाकर ने निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई तब की गई जब साहू का शराब के नशे में कार्यालय पहुंचने और वहां घंटों तक मदहोश अवस्था में बैठे रहने का मामला सामने आया। घटना का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना उस समय की है जब कार्यालय में अन्य कर्मचारी नियमित कार्य कर रहे थे। इसी दौरान कमलेश साहू कथित रूप से शराब के नशे में वहां पहुंचे और कुर्सी पर बैठ गए। कर्मचारियों ने बताया कि साहू पूरी तरह से नशे में थे और कई बार झूमते हुए गिरने की कगार पर थे। इससे कार्यालय का माहौल खराब हो गया और वहां मौजूद कर्मचारियों और आने वाले ग्रामीणों को असुविधा हुई।
सोशल मीडिया पर घटना की तस्वीरें और वीडियो सामने आने के बाद जिला पंचायत CEO प्रेमलता पदमाकर ने तुरंत संज्ञान लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी और प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर विकास विस्तार अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
जिला पंचायत CEO प्रेमलता पदमाकर ने कहा कि इस तरह का आचरण किसी भी सरकारी अधिकारी के लिए अनुचित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्यालय समय में शराब का सेवन और सरकारी दायित्वों की अनदेखी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह कार्रवाई अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए भी एक चेतावनी है कि अनुशासनहीनता और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।
स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को प्रभावित करती हैं और आम जनता का भरोसा टूटता है। समय पर की गई इस कार्रवाई से जनता में यह संदेश गया है कि शासन-प्रशासन लापरवाह अधिकारियों पर कड़ी नजर रख रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं पर तुरंत और पारदर्शी कार्रवाई करना आवश्यक है, ताकि अन्य कर्मचारी भी अपने दायित्वों को गंभीरता से निभाएं। प्रशासनिक अनुशासन बनाए रखना विकास कार्यों की गति के लिए जरूरी है, और इस प्रकरण में जिला प्रशासन का त्वरित निर्णय एक सकारात्मक संदेश देता है।