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CG : कार्तिक पूर्णिमा स्नान दौरान नदी की गहराई में डूबा 10 साल का बच्चा, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

कोरबा। जिले में कार्तिक पूर्णिमा के पवित्र स्नान के दौरान बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। सर्वमंगला मंदिर के पास हसदेव नदी में स्नान करने गया एक 10 वर्षीय बच्चा नदी की गहराई में डूब गया। सूचना मिलते ही SDRF और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और देर रात तक बच्चे की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा।

कैसे हुआ हादसा

जानकारी के अनुसार, बच्चा पुरानी बस्ती क्षेत्र का निवासी है। बुधवार सुबह वह अपने एक दोस्त के साथ हसदेव नदी में कार्तिक पूर्णिमा का पुण्य स्नान करने गया था। दोनों बच्चे पानी में उतर गए, लेकिन गहराई बढ़ने पर वह अचानक फिसल गया और तेज धारा में बह गया।

साथ गए बच्चे ने उसे डूबते देखा तो घबराकर घाट से बाहर भागा और आसपास मौजूद लोगों को घटना की जानकारी दी। स्थानीय लोगों ने तुरंत 112 डायल कर पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में SDRF, गोताखोर दल और कोरबा पुलिस मौके पर पहुंच गए और बच्चे की खोज शुरू की।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

घटना की खबर फैलते ही आसपास के इलाके के लोग बड़ी संख्या में घाट पर पहुंच गए। बच्चे के परिजन भी मौके पर पहुंचे तो वहां का माहौल भावुक हो गया। लोगों ने उम्मीद जताई कि बच्चा जल्द सुरक्षित मिल जाए, जबकि नदी की तेज धारा और गहराई के कारण रेस्क्यू टीम को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

 

मंडी थाना प्रभारी ने बताया कि SDRF की टीम नदी के दोनों किनारों पर तलाश अभियान चला रही है। गोताखोर लगातार नदी की गहराई में जाकर बच्चे की खोज कर रहे हैं। नदी के तेज बहाव और गाद की परतों के कारण रेस्क्यू में देरी हो रही है।

धार्मिक स्नान का दिन बना हादसे का कारण
बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हसदेव नदी किनारे सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई थी। इस दिन नदियों में स्नान का हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक महत्व माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

इसी आस्था के चलते बच्चे के परिवार ने भी स्नान का निर्णय लिया था, लेकिन यह धार्मिक क्षण एक दुःखद हादसे में बदल गया।

प्रशासन ने की अपील
स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि नदी में स्नान करते समय गहराई और धारा का ध्यान रखें, विशेषकर बच्चों को अकेला न जाने दें। नगर निगम और पुलिस ने घाटों पर अतिरिक्त जवानों को तैनात किया है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।


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