CG : प्रमोशन वीडियो देखकर चोरों ने बनाया चोरी का प्लान, और दूकान से पार कर दिए 25 लाख रुपये के स्मार्टफोन
अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर में चोरों ने एक मोबाइल दुकान को ऐसा निशाना बनाया कि पूरी पुलिस फोर्स हैरान रह गई। गुदड़ी बाजार के व्यस्त इलाके में स्थित ‘गोलू मोबाइल’ दुकान से करीब 25 लाख रुपये के महंगे स्मार्टफोन चुराने वाले चोरों ने न तो शटर तोड़ा और न ही कैश काउंटर को हाथ लगाया। आश्चर्यजनक बात यह है कि चोरों ने दुकान मालिक के यूट्यूब प्रमोशन वीडियो को ही अपना ‘गाइड’ बना लिया था। वीडियो देखकर उन्होंने दुकान की सुरक्षा, स्टॉक और लेआउट का पूरा आकलन कर लिया, फिर रात के अंधेरे में सेंध लगाकर वारदात को अंजाम दे दिया।
घटना का पूरा विवरण
5 नवंबर की रात को यह सनसनीखेज चोरी हुई। दुकान के मालिक विक्रांत जायसवाल और विवेक जायसवाल ने रात करीब 10 बजे दुकान बंद की और अपने बौरीपारा स्थित घर चले गए। चोरों ने दुकान के पीछे वाली दीवार को निशाना बनाया, जहां घनी झाड़ियां और खाली जमीन होने से कोई नजर रखने वाला नहीं था। उन्होंने मशीन या हथौड़े से दीवार में करीब 1 फीट का छेद कर लिया और अंदर घुस गए। सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, चोरों ने शोरूम के शीशे तोड़े और चुनिंदा महंगे मोबाइल निकाले – मुख्य रूप से आईफोन, सैमसंग के फ्लैगशिप मॉडल और अन्य प्रीमियम फोन। कुल मिलाकर 100 से ज्यादा हैंडसेट चुराए गए, जिनकी कीमत 25 लाख के आसपास आंकी गई है।
चोरों की चालाकी यहीं खत्म नहीं हुई।
उन्होंने सस्ते मॉडल के करीब 5 लाख रुपये के फोन दुकान में ही छोड़ दिए, जैसे कि वे सिर्फ हाई-एंड स्टॉक का ही शिकार बने हों। कैश काउंटर में रखे नोटों और यहां तक कि मालिक की गोल्ड रिंग को भी बिल्कुल नजरअंदाज कर दिया। पूरा ऑपरेशन महज 30-40 मिनट में हो गया, और चोर बिना किसी शोर के फरार हो गए। सुबह 6 बजे जब मालिक दुकान पहुंचे, तो दीवार में सेंध और खाली शेल्फ देखकर सदमे में आ गए।
यूट्यूब वीडियो ने कैसे बनाया ‘मास्टर प्लान’?
पुलिस जांच में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यही सामने आया कि चोरों ने दुकान मालिक के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए प्रमोशन वीडियो को स्कैन किया था। इन वीडियो में दुकान का इंटीरियर, मोबाइल स्टॉक, काउंटर की लोकेशन और यहां तक कि कर्मचारियों की दिनचर्या दिखाई गई थी। एक वीडियो में मालिक खुद महंगे फोन दिखाते नजर आ रहे थे, जिससे चोरों को पता चल गया कि कौन से मॉडल सबसे वैल्यूएबल हैं। अंबिकापुर कोतवाली थाना प्रभारी शिशिरकांत सिन्हा ने बताया, “यह डिजिटल युग की चोरी का नया रूप है। चोरों ने ऑनलाइन रेकी की, जो पारंपरिक तरीकों से कहीं ज्यादा खतरनाक है। हम साइबर सेल की मदद से वीडियो के व्यूअर्स और आईपी ट्रैक कर रहे हैं।”
पुलिस की जांच और सुराग
सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर डॉग स्क्वॉड, फॉरेंसिक टीम और साइबर एक्सपर्ट्स को बुला लिया। सीसीटीवी में एक चोर का चेहरा कैद हुआ है, जो मास्क पहने हुए था, लेकिन उसकी बॉडी लैंग्वेज से लगता है कि यह प्रोफेशनल गिरोह का काम है। पीछे की दीवार पर मिले छेड़े हुए सस्ते फोन सुराग का काम कर रहे हैं – इनके फिंगरप्रिंट चेक हो रहे हैं। पुलिस को शक है कि चोर बाहरी राज्य से हैं, क्योंकि अंबिकापुर में ऐसी बड़ी चोरी का पिछला रिकॉर्ड कम है। फिलहाल, आसपास के 50 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, और स्थानीय मुखबिरों को अलर्ट कर दिया गया है।
दुकानदारों में डर का माहौल
यह घटना अंबिकापुर के व्यापारियों के बीच दहशत फैला रही है। गुदड़ी बाजार एक हाई-सिक्योरिटी जोन है, जहां कोतवाली थाना महज 200 मीटर दूर है, फिर भी चोरों ने इतनी बेशर्मी से वारदात की। अन्य मोबाइल दुकानदार अब रात में एक्स्ट्रा लॉक और पीछे की दीवारों पर CCTV लगवा रहे हैं। विक्रांत जायसवाल ने कहा, “हमने प्रमोशन के चक्कर में अपनी ही कमजोरी उजागर कर दी। अब सोशल मीडिया पर सतर्क रहेंगे।”
पुलिस ने चोरी गए फोनों की लिस्ट जारी कर दी है, ताकि कालाबाजारी पर नजर रखी जा सके। अगर आपके पास कोई सुराग है, तो कोतवाली थाने से संपर्क करें। यह मामला डिजिटल क्राइम का नया अध्याय बन चुका है, जहां यूट्यूब जैसी प्लेटफॉर्म चोरों के लिए ‘ट्रेनिंग ग्राउंड’ साबित हो रही हैं। जांच जारी है, और जल्द ही चोरों को पकड़ने की उम्मीद है।