महासमुंद : विश्व बाल दिवस का आयोजन एक घंटे के लिए सरपंच बनी लीमा साहू
बच्चों के अनंत अधिकार और सुरक्षित भविष्य का मजबूत संदेश”
“महासमुंद में गूंजा ‘Go Blue’ अभियान
विश्व बाल दिवस के अवसर पर महासमुंद जिले के ग्राम पंचायत भोरिंग में यूनिसेफ एवं MCCR (Media Collective for Child Rights) के संयुक्त तत्वाधान में Go Blue कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस प्रभावी कार्यक्रम का संचालन और शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद के रासेयो के वरिष्ठ स्वयं सेवक दिनेश कुमार साहू द्वारा किया गया, जिन्होंने समुदाय और बच्चों को बड़ी संख्या में जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Go Blue, यूनिसेफ का एक वैश्विक अभियान है, जिसका उद्देश्य बच्चों के अधिकारों, उनकी सुरक्षा और उनके अनंत भविष्य की संभावनाओं को सामने लाना है। नीला रंग—आकाश और समुद्र की तरह—बच्चों के असीमित अधिकारों, अवसरों और उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक है। दोरनापाल के बच्चों ने इसी संदेश को पूरी ऊर्जा और रचनात्मकता के साथ प्रस्तुत किया।
स्वयं सेवक दिनेश कुमार साहू ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि “Go Blue केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बच्चों की आवाज़ को पूरे समाज तक पहुँचाने का माध्यम है। यह हमें याद दिलाता है कि हर बच्चे के अधिकार अनंत हैं, और उनका भविष्य किसी सीमा या परिस्थिति से बंधकर नहीं रहना चाहिए।”
विश्व बाल दिवस का आयोजन एक घंटे के लिए सरपंच बनी लीमा साहू
विश्व बाल दिवस के अवसर पर यूनिसेफ व ग्राम पंचायत भोरिंग के संयुक्त तत्वाधान में सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय भोरिंग की 8 वी की छात्रा कुमारी लीमा साहू को 1 घंटे के लिए चाइल्ड सरपंच के पद का दायित्व सौंपा गया।

विश्व बाल दिवस के अवसर पर यूनिसेफ द्वारा यह आयोजन आयोजित किया गया था, जिसमें सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय भोरिंग के आचार्य टकेश्वर साहू ने विद्यार्थियों को विश्व बाल दिवस की शुभकामना दी व पालकों को शिक्षा, स्वास्थ व बच्चों के समुचित अधिकारों को जानना व अपनी जिम्मेदारी निभाने का आग्रह किया। ग्राम के सरपंच लीला लोकेश्वर साहू ने अपनी बात रखते हुए कहा कि शिक्षा केवल सरकारी नौकरी करने के लिए ही जरूरी नहीं बल्कि एक अच्छा व्यक्ति एक अच्छा समाज सुधारक, एक अच्छा जिम्मेदार नेता, अभिनेता, उद्योगपति जैसे अवसरों के लिए भी शिक्षा का महत्व उतना ही है।

इस अवसर पर विद्यालय परिवार व ग्राम के सरपंच व शिक्षक गण इस आयोजन का हिस्सा रहें।
इस कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि विकास, शिक्षा और जागरूकता की आवाज़ किसी भी क्षेत्र में पहुंच सकती है—चाहे वह कितना भी चुनौतीपूर्ण क्यों न हो।
यूनिसेफ और MCCR टीम को राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक दिनेश कुमार साहू ने इन प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन महासमुंद के सभा वंचित क्षेत्रों में बच्चों के भविष्य, सुरक्षा और अधिकारों के लिए बेहद महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक साबित होते हैं।