
सखी वन स्टाॅप सेंटर में महिलाओं को मिल रही है मदद, 457 मामलें निपटाए गए
सभी वर्ग की महिलाओं जिसमें 18 वर्ष आयु से कम उम्र की बालिकाएं भी शामिल
हैं के लिए महासमुंद में सखी वन स्टॉप वरदान बन गया है। इस सेंटर में
महिलाओं को सलाह, सहायता, संरक्षण और छत मिल जाती है। सखी वन स्टॉप सेंटर
ने घरेलू हिंसा, दैहिक शोषण, बाल यौन शोषण, दहेज प्रताड़ना, व्यक्तिगत
विवाद, छेड़छाड़, लापता महिलाओं की तलाश जैसी समस्या के 457-प्रकरण दर्ज किए
और लगभग सभी का निपटारा कर दिया गया। वर्तमान में सिर्फ 21-प्रकरण ही
प्रक्रियाधीन है।
सेंटर में पीड़ित महिलाओं को सभी जरूरी सुविधाएं एक स्थान
पर उपलब्ध करायी जा रही है। सखी सेंटर में शिकायत करने वाली पीड़िताओं को
एफआईआर, चिकित्सा, लीगल परामर्श की सुविधा के साथ ही अस्थायी आश्रम की
सुविधा भी दी जा रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग की महिला संरक्षण ने
बताया कि महासमुंद में 01 अगस्त 2017 से शुरू हुए इस सेंटर में 30 सितम्बर
2020 तक कुल 457-पीड़ितों के प्रकरण दर्ज हुए। महिलाओं को इस सेंटर में
भरपूर मदद मिल जाती है। सेंटर में नोडल अधिकारी, केंद्र प्रशासक
परामर्शदाता, आईटी वर्कर, बहुउद्देश्यीय कर्मचारी सहित 12.महिलाओं का स्टॉप
कार्यरत है। यहां स्टॉफ में सभी महिलाएं हैं। शिकायतों को गंभीरता से लिया
जाता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास के मार्गदर्शन में
समुचित कार्रवाई की जाती है।