देवर संग थे ममेरी भाभी के अवैध संबंध, फिर बदनामी के डर से उठाया ये कदम
उत्तर प्रदेश के गोंडा में बीते दिनों हुई सुनील कश्यप हत्याकांड का धानेपुर पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि हत्या में शामिल मृतक युवक की ममेरी भाभी पूनम और उसके देवर आशीष को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है.
जानकारी के मुताबिक, मृतक सुनील और पूनम के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. लेकिन कहीं बदनामी न हो जाए, इसलिए पूनम सुनील से पीछा छुड़ाना चाहती थी. पर सुनील इस बात के लिए राजी नहीं था.
पूनम ने इस बारे में अपने देवर आशीष को बताया. फिर एक अन्य शख्स के साथ मिलकर दोनों ने सुनील की हत्या की प्लानिंग की. उन्होंने सुनील को घर बुलाया और गला घोंटकर उसकी हत्या कर डाली. इसके बाद शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया था.
मामला धानेपुर थाना क्षेत्र के मेहनौन गांव का है. जहां गांव का सुनील कश्यप पंजाब के लुधियाना शहर में नौकरी करता था. 7 नवंबर को वह लुधियाना से अपने गांव आया था. परिजनों के मुताबिक, शाम करीब 7 बजे वह घर पहुंचा. एक घंटे बाद वह मोबाइल पर किसी से बात करते हुए घर से बाहर निकला. फिर लौटकर नहीं आया.
दूसरे दिन सुबह 8 नवंबर को सुनील की मां कुसमा देवी ने बेटे के लापता होने की सूचना धानेपुर थाने में दी. पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली. पुलिस लापता युवक की तलाश में जुटी थी. इसी दौरान 10 नवंबर को गांव के बाहर झाड़ियों में सुनील कश्यप का शव पाया गया.
तीसरे आरोपी की तलाश जारी
सोमवार को अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक सुनील कश्यप का उसकी ममेरी भाभी पूनम से अवैध संबंध था. वह उससे पीछा छुड़ाना चाहती थी.
इसलिए पूनम ने अपने देवर आशीष और एक अन्य युवक के साथ मिलकर सुनील की गला दबाकर हत्या कर दी. पुलिस ने भाभी पूनम व एक आरोपी आशीष को गिरफ्तार किया है. वहीं, एक आरोपी फरार चल रहा है. जल्द ही उसको भी पुलिस गिरफ्तार कर लेगी. फिलहाल पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई में जुट गई है.
सुनील को लुधियाना से गोंडा बुलाया
दोनों ने पूछताछ में बताया कि भाभी पूनम ने ही सुनील को लुधियाना से मिलने के लिए बुलाया था. जब सुनील गांव पहुंचा तो पूनम ने उसे घर आने को कहा. सुनील इस बात से बिल्कुल अंजान था कि उसके साथ क्या होने वाला है.
जैसे ही वह पूनम के घर पहुंचा, वहां देवर आशीष और एक अन्य के साथ मिलकर पूनम ने सुनील का गला घोंट दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. अपराध छुपाने के लिए आरोपियों ने सुनील के शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया.
पूछताछ में कबूला जुर्म
पुलिस जब जांच कर रही थी तो 10 नवंबर को उन्हें सुनील का शव गन्ने के खेत में पड़ा मिला. मोबाइल सीडीआर के जरिए पुलिस ने पता लगाया कि सुनील की बात उसकी भाभी पूनम से होती रहती थी. पूनम से पूछताछ शुरू की गई तो पहले वह पुलिस को गुमराह करती रही.
लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना गुनाह कबूल लिया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी पूनम और उसके देवर को तो गिरफ्तार कर लिया. लेकिन हत्या में शामिल तीसरा आरोपी अभी भी फरार है. उसकी तलाश के लिए टीमें गठित की गई हैं.