
बागबाहरा : खाता धारक के स्थान पर अन्य महिला पुरुष को खड़ा कराकर कराई जमीन की रजिस्ट्री, 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
बाग़बाहरा थाना क्षेत्र के ग्राम दामनबोड से कुटरचना एवं धोखाधड़ी कर बेशकिमती जमीन की रजिस्ट्री का मामला सामने आया है. उक्त जमीन एक महिला और उनके दो बेटों के नाम पर शामिल खाते में दर्ज थी. बड़े भाई को दलाल और उसके साथियों ने पैसों के बदले जमीन बंधक रखने की बात बोलकर फर्जी तरीके से नगद 02 लाख रूपये देकर उसके भाई और माँ के स्थान पर अज्ञात महिला एवं पुरूष को उपस्थित कराकर फर्जी अंगुठा लगाकर और हस्ताक्षर कर कुटरचना करते हुए सामिलात खाते की जमीन को रजिस्ट्री कर कुटरचना एवं धोखाधड़ी किये. छोटे भाई मनोज चन्द्राकर पिता स्व. दीनानाथ निवासी हाल मुकाम आरंग जिला रायपुर ने थाने में शिकायत दर्ज करायी है.
मनोज ने अपनी शिकायत में बताया है की ग्राम दावनबोड पटवारी हल्का नं. 06 रा.नि.म. खल्लारी तहसील बागबाहरा स्थित भूमि खसरा नं. 250 रकबा 2.78 हेक्टेयर सामिलात खाते में मनोज, उसके भैया मनहरण चन्द्राकर और मां नेमन बाई के नाम पर संयुक्त रूप से दर्ज रहा है. जब मनोज अपने सामिलात खाते की भूमि के केसीसी निकालने के लिये ऑनलाईन रिकॉर्ड निकालने हेतु देखा तो उक्त सामिलात खाते की भूमि कोई पुष्पेन्द्र गिलहरे अभनपुर के नाम पर दर्ज मिला. उक्त संबंध में जानकारी हेतु मनोज पंजीयक कार्यालय महासमुन्द जाकर संबंधित दस्तावेज की छायाप्रति प्राप्त किया तो देखा उक्त सामिलात खाते की भूमि पुष्पेन्द्र गिलहरे अभनपुर के नाम से रजिस्ट्री हो गई है.
तब मनोज ने अपने बड़े भाई मनहरण चन्द्राकर से इस संबंध मे पुछताछ किया तो मनहरण ने बताया कि पैसों की आवश्यकता होने के कारण उसने रायपुर निवासी दलाल विजय वर्मा से संपर्क किया तो उसने बोला की वह एक आदमी को जानता है जो ब्याज मे पैसा दे सकता है. उसके बाद 07 सितम्बर 2022 को दलाल विजय वर्मा के साथ पुष्पेन्द्र गिलहरे, मोहन लाल रंगे, भोजलाल बघेल, गौतम बंजारे ग्राम दामनबोड बागबाहरा आये और जमीन के पास मनहरण चन्द्राकर को बुलाये और बोले -तुम्हे पैसे की जरूरत है तो मैं पैसे देने के लिये तैयार हूं. उसके बदले में तुम्हे अपनी जमीन को मेरे नाम पर बंधक रखना पड़ेगा. हम तुम्हे 10 लाख रूपये देंगे.
02 लाख रूपये नगद देकर इस संबंध में मनोज चन्द्राकर और उसकी मां नेमन बाई चन्द्राकर को बताने से मना किये थे. पैसो की लेनदेन के समय दामनबोड निवासी लच्छन जांगडे और सरपंच प्रतिनिधि सहजान पासा उपस्थित थे. उक्त जमीन को ग्राम दावनबोड़ में पुष्पेन्द्र गिलहरे के नाम पर बंधक रखने की बात पर नगद 02 लाख रूपये का रकम देकर बोले की 28 सितम्बर 2022 को उप पंजीयक कार्यालय महासमुन्द आना पडेगा.
मनहरण चन्द्राकर 28 सितम्बर 2022 को मनोज और उसकी मां को बिना बताये महासमुन्द गया. उसके बाद पुष्पेन्द्र गिलहरे, दलाल विजय वर्मा, मोहन लाल रंगे, भोजलाल बघेल, गौतम बंजारे ने मनहरण चन्द्राकर को कहा कि भूमि बंधक के संबंध मे दस्तावेज तैयार कर रहे है. आपको हमारे बताये अनुसार हस्ताक्षर करना है.
नेमन बाई चन्द्राकर के स्थान पर एक अज्ञात महिला और मनोज के स्थान पर एक अज्ञात पुरूष को उप पंजीयक कार्यालय महासमुन्द के समक्ष खड़ा किये थे. मनहरण उनके बताये अनुसार सभी कागजात पर हस्ताक्षर कर दिया, लेकिन बाद में मालुम हुआ कि जमीन बंधक के नाम पर पुष्पेन्द्र गिलहरे और उसके साथियों ने षडयंत्र पूर्वक मनोज और उसकी मां के स्थान पर अज्ञात महिला और अज्ञात पुरूष को उपस्थित कराकर सामिलात खाते की जमीन को रजिस्ट्री करा लिये है.
नेमन बाई का जो हस्ताक्षर करती है उसका अंगूठा लगवाकर तथा मनोज का फर्जी हस्ताक्षर कराकर आधारकार्ड में अन्य अज्ञात व्यक्तियों का फोटो अंकित कराकर कूटरचना कर पुष्पेन्द्र गिलहरे और उसके साथियों ने पुष्पेन्द्र कुमार गिलहरे के नाम पर 28 सितम्बर 2022 को रजिस्ट्री करा लिया और मनहरण चन्द्राकर के बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में 2781000/रु. ट्रांसफर किये और उक्त रकम को कुछ समय बाद मनहरण के बिना किसी जानकारी के गौतम बंजारे द्वारा पुनः आरटीजीएस के माध्यम से ज्योति बंजारे और हृदय लाल गिलहरे के खाते मे ट्रांसफर करा लिया गया.
पुष्पेन्द्र गिलहरे द्वारा मनहरण चन्द्राकर को अलग-अलग समय में 30000/ रु. का एक चेक, 70000/ रु. का एक चेक, 100000/रु. का एक चेक, 100000/ रु. का एक चेक बैंक आफ बडौदा के नाम से दिया था, जो कुल 300000/रु. है.
मनोज ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज करायी है. पुलिस ने आरोपी पुष्पेन्द्र गिलहरे, विजय वर्मा, मोहन लाल रंगे, भोजलाल बघेल, गौतम बंजारे के खिलाफ 120-B-IPC, 419-IPC, 420-IPC, 467-IPC, 468-IPC, 471-IPC के तहत अपराध कायम किया है.