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महासमुंद : जिला नोडल उपायुक्त प्रज्ञान सेठ ने छात्रावास/आश्रम एवं विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन का लिया जायजा

आदिवासी विकास विभाग द्वारा जिले में संचालित छात्रावास/आश्रम एवं विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में आदिम जाति विभाग के राज्य कार्यालय से नियुक्त जिला नोडल उपायुक्त  प्रज्ञान सेठ द्वारा निरीक्षण किया गया।  प्रज्ञान सेठ द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भोरिंग में निरीक्षण के दौरान विद्यालय में संचालित शिक्षण एवं छात्रावास व्यवस्था का जायजा लिया गया। साथ ही परीक्षा परिणाम कक्षा 12वीं एवं 10वीं के छात्रों से कैरियर गाइडेंस के संबंध में चर्चा किया गया। बच्चों के शैक्षणिक, मानसिक एवं शारीरिक विकास को ध्यान में रखते हुए उचित प्रबंधन हेतु सभी शिक्षक एवं प्रिंसिपल को निर्देशित किया गया। वर्तमान में एकलव्य विद्यालयों में काउंसलर की नियुक्ति भी की गई है, जिन्हे बच्चों को शिक्षा के मानसिक दबाव को दूर करने एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के संबंध में मानसिक रूप से तैयार करने के लिए भी निर्देशित किया गया।


इसके पश्चात उपायुक्त के द्वारा जिले के अधीक्षकों की बैठक भी आयोजित की गई जिसमें छात्रावास एवं आश्रमों में उचित प्रबंधन एवं खानपान के संबंध में चर्चा की गई। घर से दूर छात्रावास/ आश्रम में रहकर पढ़ाई करने वाले बच्चों को उचित देखभाल एवं सुरक्षित माहौल दे उन्हें भी अपने भविष्य के जागरूक करते हुए उनके कैरियर गाइडेंस पर जोर देने हेतु निर्देशित किया गया। कन्या छात्रावास/ आश्रम में सुरक्षा के संबंध में नियुक्त महिला सुरक्षा गार्ड के कार्यशैली पर विशेष ध्यान देने कहा गया। आदिवासी विकास विभाग द्वारा जिले में विभिन्न योजनाओं का संचालन भी किया जाता है, इसके सुचारू क्रियान्वयन एवं सही कार्य के संबंध में समीक्षा की गई। विभागीय निर्माण एवं मरम्मत कार्य के निरीक्षण हेतु आदिवासी पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास खैरा में कार्य की गुणवत्ता की जांच की गई एवं मॉडल छात्रावास के रूप में विकसित आदिवासी पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास खैरा का निरीक्षण भी किया गया जहां की व्यवस्था के संबंध में उपायुक्त के द्वारा प्रसंशा की गई। निरीक्षण में दौरान सहायक आयुक्त सुश्री शिल्पा साय एवं अधीक्षक निलेश खांडे भी उपस्थित थे।


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