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बसना : हिस्सेदार अनुपस्थित तो रिश्वत लेकर किया जाता है काम ! योजनाओं से नाम काट देने के डर से किसान नही करते हैं शिकायत.

किसानों को खरीफ सीजन 2024-25 में कृषि कार्य हेतु जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के माध्यम से शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर दी जाने वाली किसान क्रेडिट कार्ड ऋण वितरण अंतर्गत सहकारी समितियों में किसानों से आवेदन लेने का काम जोरों से चल रहा है। जहां बैंक शाखा भंवरपुर अंतर्गत सहकारी समिति सलखण्ड के कर्मचारियों द्वारा शामिल खाता के हिस्सेदार सदस्यों के हस्ताक्षर ना कराने के एवज में एवं खाद बीज नाम से 200 से 1000 रुपये लेने का आरोप लगाया गया है । तथा राशि नहीं देने चले जाने की धमकी देते हुए किसानों को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। जिसका वीडियो बनाकर एक किसान खुद 1000 रुपये देने की बात कहीं है।

जानकारी के मुताबिक किसान बहादुर सिंह सिदार के पास कुल 6 एकड़ जमीन है। जब वह सहकारी  समिति सलखंड गया तो वहां उसने 2 कर्मचारी चूड़ामणि कंप्यूटर ऑपरेटर और गोपाल साहू सेल्समेन पर उनसे दो किस्तों में 500-500 रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगाया है।

उसने फोन के जरिए चूड़ामणि के खाते में यह राशि जमा की है। किसान बहादुर सिंह सिदार दोनों कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि आवेदन पूरा करने प्रत्येक किसानों से 200 लेकर से 1000 तक रिश्वत लिया जा रहा है। कुछ कम देने की बात करने पर ये कर्मी सोसायटी से चले जाने की बात करते हैं।

बताया गया है कि ये कर्मी उन किसानों को ज्यादा प्रताड़ित कर रहे हैं जिनके खाते में हिस्सेदार है। इनके द्वारा उन किसानों को जो हिस्सेदारों को नहीं लाते आवेदन करने से मना कर देते हैं। जब किसानों द्वारा कर्मचारियों को पैसा दिया जाता है तो बिना हिस्सेदारों के काम तत्काल कर दिया जा रहा।

अब हिस्सेदारों की बिना उपस्थिति में, सहमति बैगर बिना हस्ताक्षर किये आवेदन कंप्लीट कैसे हो रहे हैं?  यह तो दोनों कर्मचारी ही बता सकते हैं। बता दें कि सालखंड सहकारी समिति अंतर्गत सलखंड समेत मुनगाडीह, केवटापाली, बेलटीकरी, भुतहाबहारा, हेडसपाली, बुटीपाली, लोहारपाली, कुरमाडीह, मुंधगा सेमर सहित 10 गांव के लगभग 1075 किसानों का लेनदेन है।  जो इन कर्मचारियों द्वारा किसानों के ऋण और अन्य सरकारी योजनाओं से नाम काट देने की डर से कोई सामने नहीं आते है।




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