सरायपाली : राज्यपाल शिक्षक सम्मान 2023 से सम्मानित होंगे शैलेन्द्र नायक
शिक्षक दिवस पर राज्यपाल शिक्षक सम्मान से सम्मानित होंगे शैलेन्द्र नायक
सरायपाली : आगामी 5 सितम्बर, शिक्षक दिवस पर राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य और नवाचारों से उत्कृष्ट शिक्षकीय कार्य करने के लिए चयनित शिक्षकों को "राज्यपाल शिक्षक सम्मान 2023" प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। इस सम्मान के लिए जिला महासमुन्द के दो शिक्षक चयनित हुए हैं, जिनमें विकासखण्ड सरायपाली के शैलेन्द्र कुमार नायक, व्याख्याता (अंग्रेजी), पदस्थ संस्था - शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय - केना शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 में रायपुर संभाग में उत्कृष्ट नवाचारी व्याख्याता के रूप मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण "शिक्षाश्री" सम्मान से सम्मानित हो चुके हैं। राज्यपाल पुरस्कार के लिए सेवाकाल के पंद्रह वर्षों का अनुभव एवं ब्यौरा निर्धारित प्रपत्र एवं निर्देशानुसार बिंदुओं के कुल चौंतीस कॉलमों में तैयार कर प्रस्तावित किया गया था। जिनके गहन परीक्षण एवं अंकन पश्चात् ही चयनित किया जाता है।
अपने शिक्षकीय जीवन के संबंध में उन्होंने बताया कि वर्तमान में कुल 22 वर्षों की सेवा की निरंतरता के साथ कार्यरत हैं। प्रथम नियुक्ति वर्ष 2002 में संविदा शिक्षक श्रेणी - दो (अंग्रेजी) के रूप में पद-स्थापना शासकीय हाईस्कूल, पचेड़ा, विकासखण्ड बागबाहरा में हुई। पश्चात् शिक्षा कर्मी वर्ग - दो (अंग्रेजी) के पद पर वर्ष 2005 में संविलियन किया गया। अक्टूबर - 2016 में व्याख्याता (पंचायत), विषय - अंग्रेजी के साथ पदोन्नति लेकर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, केना, वि.ख. सरायपाली में कार्यभार ग्रहण किया।
शिक्षकीय जीवन में सदैव विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु रोचक एवं नवाचार युक्त शिक्षण के लिए पूर्ण समर्पण भाव से अपना दायित्व निर्वहन करते हैं। इसके साथ-साथ शिक्षा विभाग के विभिन्न योजनाओं के सफल क्रियान्वयन एवं शासन स्तर से दिए गए समस्त निर्देशों के पालन एवं सफल संचालन में विकासखण्ड का प्रतिनिधित्व भी करते हैं। इनकी उपलब्धियों में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स जिला संघ महासमुन्द में पांच वर्ष जिला सचिव के दायित्व निर्वहन के साथ इनके नेतृत्व में जिला महासमुन्द के 150 से अधिक विद्यार्थियों को राज्यपाल अवार्ड एवं आठ विद्यार्थियों को राष्ट्रपति अवार्ड प्राप्त हुए हैं। वर्ष 2018 में विधानसभा एवं लोकसभा निर्वाचन के लिए 1530 विद्यार्थियों ने दिव्यांग एवं अशक्त जनों हेतु सेवाकार्य का नेतृत्व किया, जिसमें जिला संघ द्वारा प्रशंसा पत्र एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। सैकड़ों शिक्षकों को बेसिक एवं एडवांस स्काउट मास्टर, गाइड कैप्टन के रूप में प्रशिक्षण हेतु तैयार कर विद्यालयों में स्काउटिंग की गतिविधियों को बढ़ाने में विशेष योगदान दिया। स्वयं के विद्यालय के चार स्काउट्स राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एवं नियंत्रण प्रशिक्षण हेतु राष्ट्रीय मुख्यालय पचमढ़ी (म. प्र.) में शामिल हुए। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन में जिले का प्रतिनिधित्व किया। छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय जम्बूरी (प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय) में जिला महासमुन्द का जिला सचिव एवं दल प्रभारी के रूप में नेतृत्व किया, जिसमें आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान सहित राज्य स्तर पर सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जिला का नाम रोशन किया। जिला संघ महासमुन्द द्वारा इसके लिए सम्मानित किया गया।
शैक्षणिक गतिविधियों को रुचिकर एवं सरल बनाने के लिए भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान तथा विश्व स्तर के सामान्य ज्ञान हेतु सरल एवं शॉर्ट ट्रिक्स तैयार करके विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हैं। स्वरचित दोहे (350 दोहा), कविता के माध्यम से कठिन विषय को सरलता देने का विशेष प्रयास, इस नवाचार शिक्षण के लिए तत्कालीन प्रमुख सचिव शिक्षा डॉ. आलोक शुक्ला के वेबसाइट पर शीर्षक "आज के नवाचारी शिक्षक" से संचालित कार्यक्रम में प्रशंसा सहित लगातार तीन बार स्थान मिला। कोविड -19 के दौरान मोहल्ला क्लास, ऑनलाइन क्लास एवं मिस्डकॉल गुरुजी आदि शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन एवं अध्यापन में जिला महासमुन्द के शीर्ष स्थान पर रहते हुए राज्य, जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर प्रमाणपत्र सहित सम्मानित हुए। इसी दौरान छत्तीसगढ़ राज्य सीमा पार करके आने वाले कोविड - 19 से ग्रसित मजदूर एवं उनके परिवार का मार्गदर्शन सहित सुरक्षित वापसी हेतु मॉनिटरिंग तथा सेवाकार्य का विशेष दायित्व निर्वहन "फ्रंट लाइन वर्कर्स" के रूप में किया।
व्याख्याता शैलेन्द्र नायक प्राथमिक एवं अपर प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों के शैक्षिक गुणवत्ता विकास के लिए विशेष प्रयासरत हैं, आप अंग्रेजी भाषा कौशल विकास में कर्सिव राइटिंग हेतु नवाचार युक्त शिक्षण के साथ-साथ ऑरिगेमी (कागज़ की कला) जिसमें 135 प्रकार के उपयोगी एवं सजावटी वस्तुओं का निर्माण में सिद्धहस्त हैं, इनके माध्यम से गणित एवं भाषा का विकास करना इनकी विशेष योग्यता को दर्शाता है। इसके प्रशिक्षण कार्य हेतु जिला महासमुन्द के एकलव्य आवासीय विद्यालय, भोरिंग, शास. कन्या पूर्व माध्य. शाला, पिथौरा, स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल, सरायपाली एवं संकुल के स्कूलों में विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया है तथा समय-समय पर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी प्रशिक्षण कार्य करते हैं।
अध्यापन कार्य के साथ-साथ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों के सफल आयोजन एवं क्रियान्वयन हेतु वार्षिक कार्ययोजना अनुसार विद्यालय में गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, यथा - अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, वन-महोत्सव, साक्षरता, राष्ट्रीय एकता की भावना विकसित करने वाले आयोजन, महापुरुषों के जन्मदिवस एवं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम, शिक्षक दिवस, बाल दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस आदि।
शासन स्तर से जारी आदेश व निर्देशानुसार शिक्षा विभाग के विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों एवं योजनाओं के लिए प्रशिक्षक एवं मार्गदर्शक की भूमिका के साथ निर्वाचन कार्य, जनगणना हेतु मास्टर ट्रेनर के दायित्व का निर्वहन करते हैं। जिला एवं विकासखण्ड स्तर के शासन एवं शिक्षा विभाग के अलावा सामाजिक आयोजनों में मंच संचालक की भूमिका रहती है। यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि व्याख्याता शैलेन्द्र कुमार नायक एक कुशल तबला एवं ढोलक वादक एवं गायक कलाकार भी हैं, शिक्षा विभाग से पूर्व समय में आकाशवाणी केन्द्र, रायपुर में चौपाल (लाइव - खेती किसानी के गोठ) कार्यक्रम संचालन के लिए "कैजुअल कम्पीयर" के रूप में अपनी सेवाएँ दे चुके हैं। दूरदर्शन केंद्र रायपुर में उन्होंने रिकॉर्डिंग के लिए छत्तीसगढ़ी गीतों (छ: गीतों) में वादन किया है।
इस विशिष्ट उपलब्धि का श्रेय अपने समस्त गुरुजनों के मार्गदर्शन एवं माता-पिता के संस्कार सहित परिवार के समस्त अग्रज स्नेहीजनों के प्रोत्साहन को देते हुए कहा कि मूल निवास ग्राम सांकरा (जोंक) वि.ख. पिथौरा में उनके परिवार में दादाजी स्व. कीर्तिराम नायक एक प्रतिष्ठित, समाजसेवी एवं लोकप्रिय व्यक्तित्व के धनी थे, पिता जवाहर लाल नायक एक शिक्षित एवं धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति, संगीतज्ञ एवं कृषक हैं, माता चंद्रावती नायक गृहिणी हैं, छ: भाई - बहनों में पांचवे क्रम पर हैं। सभी शिक्षा विभाग में ही सेवारत हैं। बड़े भाई हेमंत नायक इंदिरा कला एवं संगीत विश्व विद्यालय खैरागढ़ (राजनांदगाँव) से तबला में स्नातकोत्तर डिग्रीधारी एक ख्याति प्राप्त आकाशवाणी रायपुर से चिन्हांकित उत्कृष्ट तबला वादक हैं, जो कि संगीत शिक्षक के रूप में जवाहर नवोदय विद्यालय, बोरई, जिला दुर्ग में सेवारत हैं। शैलेन्द्र नायक विद्यार्थी जीवन से ही प्रतिभाशाली एवं कला में रुचि रखने वाले रहे हैं। अपने शिक्षकों के प्रिय शिष्य रहे हैं।
"राज्यपाल शिक्षक सम्मान 2023" के लिए शैलेन्द्र कुमार नायक, व्याख्याता (अंग्रेजी) के चयनित होने पर जिला शिक्षा अधिकारी महासमुन्द, मोहनराव सावंत, सहायक संचालक द्वय सतीश नायर, नंदकिशोर सिन्हा, बीईओ सरायपाली प्रकाशचंद्र मांझी, सहा. बीईओ देवनारायण दीवान, बीआरसीसी सतीश स्वरूप पटेल, संस्था प्राचार्य केना मोहित लाल नायक, एसएमडीसी अध्यक्ष चंद्रहास प्रधान, सरपंच केना नरेश प्रधान, उपसरपंच जयप्रकाश पटेल, पालक सदस्य प्रतिनिधि नवीन कुमार पटेल, व्याख्याता गण घटसुंदर होता, वंदना बड़घैया, प्रीति उबोवेजा, रूद्रसिंह राय, अनूप मेश्राम, अमित विकास एक्का, निर्मल प्रधान, चेतना निबरगिया, मंजूषा तिग्गा, गोविन्द कामड़े, भूषण पटेल, सत्यप्रकाश साहू, अनुज बरेठ, शंभु कुशवाहा, लिपिक वर्ग लोचनप्रसाद भोई, राकेश डड़सेना, संकुल समन्वयक नरेश नायक, परमानंद बेहेरा (सेवानिवृत्त व्याख्याता), मंगतराम यादव (सेवानिवृत्त लिपिक) एवं संकुल केन्द्र केना के समस्त शिक्षकों, विद्यालय के विद्यार्थियों सहित शिक्षा विभाग विकासखण्ड सरायपाली के समस्त शिक्षक गण एवं ग्राम सांकरा के परिवार जनों, स्नेहीजनों एवं मित्रों ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित किया है। यह जानकारी शिक्षा विभाग सरायपाली के मीडिया प्रभारी दुर्वादल दीप ने साझा किया।