
सरायपाली के ग्राम जोगनीपाली में सम्पन्न हुआ सुशासन तिहार 2025 का समाधान शिविर
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सुशासन तिहार 2025 का आयोजन पूरे प्रदेश में संवेदनशीलता और जवाबदेही के साथ चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है,जिसका उद्देश्य शासन- प्रशासन को जनता के द्वार तक ले जाकर जनता की समस्याओं का त्वरित,निष्पक्ष,पारदर्शी समाधान करना एवं प्रशासनिक सेवाओं को सुलभ बनाना है। इसी श्रृंखला में महासमुंद जिले के सरायपाली विकासखंड अंतर्गत ग्राम जोगनीपाली में सुशासन तिहार 2025 अन्तर्गत आयोजित "समाधान शिविर" में विकासखंड के दिव्यांग विद्यार्थियों को समावेशी शिक्षा अन्तर्गत समग्र शिक्षा राज्य परियोजना कार्यालय रायपुर से प्राप्त सहायक उपकरण एवं किट का वितरण सरला कोसरिया (सदस्य,छत्तीसगढ़ राज्य महिला जिला पंचायत अध्यक्ष मोगरा किशन पटेल, जिला पंचायत सदस्य कुमारी भास्कर,जिला पंचायत सदस्य लोकनाथ बारी,जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि डॉ प्रकाशचन्द्र पटेल,जनपद पंचायत उपाध्यक्ष मुकेश धर्मेन्द्र चौधरी,जनपद पंचायत सदस्य बालमोती रेशम पटेल, उषा लालकुमार पटेल, उद्धव भोई,सरपंच ग्राम पंचायत जोगनीपाली तपश्विनी साहू सहित 14 ग्राम पंचायत के सरपंच, विपिन उबोवेजा, प्रदीप साहू, अमृत पटेल, रोहित कुमार साहू,एसडीएम श्रीमती नम्रता चौबे (आई.ए.एस.),सीईओ ज.पं. अमित कुमार हालदार, तहसीलदार श्रीधर पंडा,बीईओ प्रकाशचंद्र मांझी,बीआरसीसी सतीश स्वरूप पटेल,बीआरपी (समावेशी शिक्षा) रंभा जायसवाल आदि अतिथियों,जनप्रतिनिधियों,अधिकारियों की गौरवमई उपस्थिति में अतिथियों द्वारा किया गया।
शासकीय प्राथमिक शाला केंदूढार में अध्ययनरत दृष्टिबाधित विद्यार्थी - महेश राणा,करन राणा, धनेश्वरी राणा को "लो विजन किट" मिलने से खुशी से इनकी आंखें चमक उठीं वहीं शासकीय मिडिल स्कूल प्रेतनडीह से थैलेसिमिया से ग्रस्त छात्र हिमांशु साहू को आइडियल किट मुहैया कराया गया तथा शासकीय मिडिल स्कूल कनकेबा की दृष्टिबाधित छात्रा सुलेंद्री निषाद को भी लो विजन किट प्राप्ति का लाभ मिला। शासकीय हाई स्कूल कनकेबा के अस्थि बाधित छात्र लम्बोदर रात्रे को बैशाखी प्रदान किया गया।शासकीय प्राथमिक शाला केंदूढार की अस्थिबाधित छात्रा तानिया महंत को थैरेपी किट मिलने से बालिका का मन काफ़ी हर्षित हुआ।
समग्र शिक्षा सरायपाली के माध्यम से जरूरतमंद दिव्यांग विद्यार्थी एवं उनके पालकों ने सहायक शिक्षण सामग्री व सहायक उपकरण एवं किट मिलने पर काफ़ी खुशी जताई ।
यह शैक्षिक किट एवं सहायक उपकरण दिव्यांग बच्चों के सर्वांगीण विकास में मददगार साबित हो सके और बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ा जा सके इस उद्देश्य से काफी महत्वपूर्ण है। इससे बच्चों की जरूरतें कुछ हद तक पूरी होने के साथ उनकी शैक्षिक उपलब्धियों में इजाफा होना स्वाभाविक है साथ ही उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करने में सहायक सिद्ध होगा। यह समावेशी शिक्षा को प्रोत्साहित करने की दिशा में भी एक सार्थक कदम कहा जा सकता है।
कार्यक्रम का संचालन बीआरसीसी सतीश स्वरुप पटेल द्वारा किया गया। उक्त जानकारी शिक्षा विभाग मीडिया प्रभारी यशवंत चौधरी एवं दुर्वादल दीप ने दी।