
वेदांता एल्युमीनियम ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से साझेदारी कर अपने ग्राहकों को बिना कोलैटरल वित्तीय सहायता पहुंचाने की पहल की
वेदांता एल्युमीनियम, भारत के सबसे बड़े एल्युमीनियम उत्पादक ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के साथ एक सहमति करार (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत वेदांता अपनी बाल्को इकाई के माध्यम से अपने ग्राहकों को बिना कोलैटरल वित्तीय सहायता सुलभ कराएगी। यह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) सहित मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को कम से कम डॉक्युमेंट और न्यूनतम ब्याज दरों पर ऋण सुलभ कराने की बड़ी पहल है, जिससे भारत की डाउनस्ट्रीम मेटल इंडस्ट्री को काफी मजबूती मिलेगी।
वेदांता एल्युमीनियम के 60 फीसदी से अधिक डाउनस्ट्रीम ग्राहक एमएसएमई हैं। इस वित्तपोषण कार्यक्रम की पहुंच बढ़ाने और ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने के लिए इसे सीधे वेदांता मेटल बाज़ार में जोड़ दिया जाएगा, जो एल्युमीनियम उत्पादों के लिए कम्पनी का ई-सुपरस्टोर है। इससे ऋण बहुत कम समय में मिलेगा, डिजिटल कॉर्डिनेशन रहेगा, अपने-आप लियन मार्क होने की सुविधा मिलेगी और इन्वायस की रियल टाइम ट्रैकिंग भी होगी।
इस करार से वेदांता एल्युमीनियम के वित्तपोषण का वर्तमान इकोसिस्टम मजबूत होगा, जो वेदांता मेटल बाज़ार के माध्यम से पहले से ही ग्राहकों को प्रमुख बैंकों और एनबीएफसी से जोड़ रखा है। इस प्लैटफॉर्म के माध्यम से वर्तमान में 100 से अधिक ग्राहक चार भागीदार बैंकों से वित्तपोषण के विकल्पों का लाभ उठा रहे हैं। यह साल-दर-साल 30 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के जुड़ने से पूरे भारत में वर्किंग कैपिटल की सुलभता और बढ़ेगी क्योंकि इस बैंक की सेवा पूरे देश में है।
इस एमओयू में ग्राहकों के लिए वित्तपोषण की पूरी रूपरेखा दी गई है, जिसके अुनसार ओईएम और एमएसएमई कोलैटरल के बिना या न्यूनतम कोलैटरल देकर ऋण प्राप्त कर सकते हैं। इसके तहत प्रति ग्राहक ₹10 लाख से ₹10 करोड़ तक का ऋण मिल सकता है। हालांकि कम्पनी के कारोबार, ग्राहक की उम्र और बाल्को की अनुशंसा के आधार पर इस सीमा को बढ़ाई जा सकती है। इससे ग्राहकों को कई लाभ मिलने वाले हैं जैसे उद्योग में सबसे कम ब्याज दरों में से एक होने का लाभ, ऋण चुकाने के लिए 90 दिनों का समय और 15 दिनों का ग्रेस पीरियड भी। इस प्रोग्राम का वेदांत मेटल बाज़ार के साथ सहज एकीकरण होने से यह सुनिश्चित है कि एपीआई-आधारित सेवाओं के बल पर पूरी तरह डिजिटल, सुव्यवस्थित अनुभव मिलेगा।
इस करार पर वेदांता एल्युमीनियम के सीईओ राजीव कुमार का कहना है, “एमएसएमई भारत के विनिर्माण और औद्योगिक इकोसिस्टम की रीढ़ हैं। हम सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से साझेदारी कर उन्हें सुलभ और सस्ता वर्किंग कैपिटल उपलब्ध करा रहे हैं। यह एल्युमीनियम वैल्यू चेन को मजबूत करने की दिशा मंे एक बड़ा कदम है। इस तरह अधिक फाइनैंशियल लिक्विडीटी उपलब्ध करा कर हम न सिर्फ अपने ग्राहकों को बड़े पैमाने पर काम करने योग्य बना रहे हैं, बल्कि एक मजबूत डाउनस्ट्रीम सेक्टर की प्रगति तेज कर रहे हैं। हमारे 60 फीसदी से अधिक डाउनस्ट्रीम क्लाइंट एमएसएमई हैं, जिनके लिए हमारी इस पहल से व्यापार विस्तार करने और प्रतिस्पर्धा में बढ़त बनाने के नए रास्ते खुलेंगे। इससे एल्युमीनियम उद्योग को आत्मनिर्भर, प्रतिस्पर्धी और भविष्य के लिए तैयार करने का हमारा सपना पूरा होगा। यह भारत की आर्थिक वृद्धि, रोजगार सृजन और पूरी दुनिया में विनिर्माण क्षेत्र में हमारा सार्थक योगदान होगा।”
डिजिटल-फर्स्ट के इस नजरिये में वेदांता का संकल्प दिखता है, जो भारत के प्रगतिशील डाउनस्ट्रीम विनिर्माण क्षेत्र के लिए एक पारदर्शी, स्केलेबल और समावेशी वित्तपोषण का मजबूत इकोसिस्टम बनाना है।
वेदांत मेटल बाज़ार प्राइमरी एल्युमीनियम का इनोवेटिव ई-सुपरस्टोर है, जिससे भारत में एल्युमीनियम की खरीद और बिक्री की दुनिया बदल गई है। वर्तमान में ई-सुपरस्टोर में 750 से अधिक प्रोडक्ट वेरिएंट उपलब्ध हैं। इनमें वेदांता एल्युमीनियम के उत्पादों की बड़ी रेंज है। साथ ही, एआई के आधार पर सबसे सही मूल्य पता करने की सुविधा भी है, ताकि ग्राहकों को कमोडिटी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद सबसे सही मूल्य का लाभ मिले।
वेदांता मेटल बाज़ार के लिए आप इस पोर्टल लिंक के माध्यम से सीधे जुड़ सकते हैं https://browse.vedantametalbazaar.moglix.com /catalog/aluminium यह एक मोबाइल ऐप, ‘वेदांता मेटल बाज़ार’ पर भी उपलब्ध है, जिसे आप गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टारे से डाउनलोड कर सकते हैं। उपलब्ध उत्पाद हैं - सिल्लियाँ, बिलेट, प्राइमरी फाउंड्री एलाय (पीएफए), वायर रॉड, रोल्ड उत्पाद, फ़्लिप कॉइल, हॉट मेटल और रेस्टोरा (भारत का पहला कम कार्बन वाला एल्युमीनियम)। इसके अलावा सुपरस्टोर बड़ी तादाद में कम्पनी के ग्राहकों की खास ज़रूरतों के हिसाब से समाधान भी देता है।
वेदांता एल्युमीनियम वेदांता लिमिटेड का एक व्यवसाय है और भारत का सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है। यह वित्त वर्ष 2025 में भारत के आधे से अधिक यानी 2.42 मिलियन टन एल्युमीनियम का उत्पादन करने में सफल रहा। मूल्य-वर्धित एल्युमीनियम उत्पादों में सबसे बड़ा नाम है वेदांता एल्युमीनियम जिसके उत्पादों के बुनियादी उद्योगों में महत्वपूर्ण उपयोग हैं। एल्युमीनियम उद्योग के लिए एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2024 की विश्व रैंकिंग में वेदांता एल्युमीनियम दूसरे स्थान पर है, जो इसके सस्टेनेबल विकास प्रक्रिया में लीडर होने का प्रमाण है। कम्पनी के भारत में विश्व स्तरीय एल्युमीनियम स्मेल्टर, एल्युमीना रिफाइनरी और बिजली संयंत्र हैं। इनके बल पर यह स्वच्छ भविष्य निर्माण के लिए जरूरी ‘भविष्य की धातु’ के रूप में एल्युमीनियम के व्यापक होते उपयोगों को बढ़ावा देने का मिशन पूरा करने में लगी है।