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बसना : नौकरी के नाम पर नेटवर्क मार्केटिंग के जाल में फँसाए जा रहे युवा, धन और कीमती समय हो रहा बर्बाद

सरायपाली बसना क्षेत्र युवा इन दिनों नौकरी के नाम पर नेटवर्क मार्केटिंग के जाल में फँसाए जा रहे हैं. युवा इनके जाल में फंसकर अपना धन और कीमती समय बर्बाद कर रहे हैं. युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले अपना धंधा बेधड़क चला रहे हैं.

बसना थाना क्षेत्र के ग्राम गढ़फुलझर के एक युवक कृष्णा पांडे ने फ़ोन पर बताया कि करीब 1 साल पहले उन्हें नौकरी करने के नाम पर फ़ोन आया था, जिसमे उन्हें बताया गया कि भिलाई में फाइल मैनेजमेंट व कार्यालय में अन्य तरह के कार्य करने हेतु उन्हें युवकों की आवश्यकता है, जिन्हें काम के साथ साथ रहने खाने की सुविधा दी जाएगी, तथा 3 माह की ट्रेनिंग के बाद उन्हें 25 से 30 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन के रूप में दिया जाएगा.

युवक ने जब इस काम के लिए हामी भरी तो उसे ट्रेनिंग के नाम पर 50 हजार रुपये की मांग की गई और बताया गया कि ट्रेनिंग के बाद उन्हें कंपनी का प्रोडक्ट भी दिया जायेगा जिसकी कीमत 50 हजार रुपये से भी अधिक की है.

युवक ने 50 हजार रुपये देकर उनके कंपनी की ट्रेनिंग ज्वाइन कर ली, जहाँ उन्हें प्रोडक्ट को सेल करने के बारें बताया जाता था, साथ ही नौकरी छोड़ बिजनेस करने के लिए ब्रेन वाश किया जाता था, इसी दौरान कृष्णा पांडे अपने साथ अपने अन्य तीन मित्रों को भी ले गया, जहाँ सभी एक साथ नौकरी की आश में ट्रेनिंग करने लगे.

इन युवकों को लगता कि ट्रेनिंग के बाद इन्हें कहीं प्रोडक्ट सेल करने के काम पर रखा जायेगा, लेकिन तीन माह बाद ऐसा कुछ नहीं हुआ. इसके बाद ये युवक जब अपने काम और सैलरी के बारें में पूछने लगे तो उन्हें कहा गया कि आपको लोगों को जोड़ने हैं, उन्हें प्रोडक्ट सेल करना है, ऐसा कर आप लाखों में कमा सकते हैं.

युवकों ने बताया कि ज्वाइन के कंपनी की ओर से तीन कोट पेंट के सेट दिए गए थे, जिन्हें उन्हें देकर लोगों को उनकी कंपनी में जुड़ने का काम बताया गया, जिसके बदले उन्हें कमीशन दिए जाने की बात बताई गई. फिलहाल युवक ने हमें कंपनी का नाम नही बताया. लेकिन हम आपको बता दें की क्षेत्र में युवाओं को ऐसे ही नौकरी देने के नाम पर उन्हें सोशल मीडिया, फ़ोन पर तरह तरह का लालच देकर पैसे ले लिया जा रहा है, और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. अलग-अलग तरह के लोग 3 हजार से 10 से 20 हजार रुपये तक ज्वाइन अथवा ट्रेनिंग के नाम पर मंगाते हैं, लेकिन नौकरी की बजाय उन्हें नेटवर्क मार्केटिंग के जाल में फंसाया जा रहा है.      


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