
सरायपाली : विवादित बीईओ प्रकाश मांझी का तबादला,अनियमितताओ ने छीनी कुर्सी।
लंबे समय से विवादो से घिरे सरायपाली विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चन्द्र मांझी को आखिरकार शासन ने प्रभारी बीईओ पद से हटा दिया है। छत्तीसगढ शासन स्कूल शिक्षा विभाग से 29 सितम्बर को जारी आदेश के तहत अब उसकी जगह टीकम चन्द्र पटेल को प्रभारी बीईओ का दायित्व सौंपा गया है। प्रकाश चन्द्र मांझी वर्ष 2021 से सरायपाली में प्रभारी बीईओ पद पर पदस्थ थे और इसी दौरान एक के बाद एक गंभीर आरोप उन पर लगते रहे है। मांझी को शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला जम्हारी में पदस्थ की गई है।
बता दे कि प्रकाश चन्द्र मांझी प्रभारी बीईओ सरायपाली में जब से पदस्थ थे, तब से विवादित थे। मांझी के कार्यकाल में बिजली बिल आंबटित राशि को आहरित कर जमा नही करने का मामला आया, जिसकी जांच में वित्तीय अनियमितता साबित हुई और प्रतिवेदन शासन स्तर में कार्रवाई हेतु भेजा गया है। यही नही, डीईओ महासमुन्द ने जिन चिन्हांकित स्कूलो को लघु एवं शाला मरम्मत राशि आबंटित किया था, उसे उक्त राशि प्रदाय नही करके दूसरे स्कूलो को राशि जबरन बांट करके अनियमितता की है, जिसकी जांच के उपरान्त उच्च स्तर में कार्रवाई हेतु रिपोर्ट भेजा गया है। हाल में ही शिक्षक एल बी संवर्गो के सेवानिवृत्त और मृत्यु अवकाश नगदीकरण की राशि में बडे पैमाने पर अनियमितता की गई है। जिसमें जांच होने के उपरान्त उक्त कई लाखो रूपये की वसूली व कार्रवाई हेतु डीपीआई रायपुर को रिपोर्ट भेजा गया है।
आरटीआई कार्यकर्ता विनोद कुमार दास के अनुसार मांझी के कार्यकाल में अब तक लगभग 160-170 सूचना आवेदनो की जानकारी जानबूझकर उपलब्ध नही कराई गई है। इस संबंध में शिकायत छत्तीसगढ राज्य सूचना आयोग में लंबित है।