
मानव श्रृंखला बनाकर कोरोना से बचने लोगों को किया जागरूक
विश्वव्यापी कोरोना महामारी की जागरूकता के लिए काव्य संसद डॉट ऑनलाइन के साहित्यकारों ने मानव श्रृंखला बनाई।
संस्थापक पुखराज यादव प्राज ने बताया कि लोगों को अपने घर में रहकर सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करने,संक्रमण से बचने का संदेश मानव श्रृंखला के माध्यम से दिया गया।सुन्दर लाल डडसेना"मधुर" ने बताया कि लोगों को कोरोना से बचाव के लिए कुछ श्लोगनों के माध्यम से जागरूक करने का प्रयास किया गया जिसमें -
1.हैंडवाश करें,बीमारी से दूर रहें,
2.प्रकृति माँ समान,इसका करें सम्मान।
3.मन में रखें शुभभावना,हो सर्वहित शुभकामना।
4.अगर कोरोना को भगाना है,तो घर में वक्त बिताना है।
5.लॉकडाउन का पालन करें,कुछ दिन सामाजिक दूरी रखें।
6.स्वच्छ रहें,स्वस्थ रहें;घर में रहें, सुरक्षित रहें।
7.बड़ों का करें सम्मान,रखें खुद का ध्यान।
8.एकता दिखाना है,कोरोना भागाना है।
9.घर में रहना,सब कुछ सहना;दूरियां मिटाना,कोरोना को भागना, जैसे श्लोगन से कोरोना जागरूकता के लिए मानव श्रृंखला बनाई गई।
इस मानव श्रृंखला में सुन्दर लाल डडसेना(महासमुन्द),पुखराज प्राज(गरियाबंद),शंभु कश्यप(सुकमा),अजय पटनायक(रायगढ़),महेश राजा (महासमुन्द),नागेश कश्यप( मुंगेली),दिनेश विश्वकर्मा ( कोण्डागांव),सीमा साहू (दुर्ग),शैलेन्द्र चेलक (बालोद),परमानंद निषाद(बलौदाबाजार),पद्मा साहू (राजनांदगांव),डिगेन्द्र कुर्रे ( बलौदाबाजर),रश्मि अग्निहोत्री (कोण्डागांव),फरुण यादव(जांजगीर-चांपा),मीरा आर्ची चौहान(कांकेर),मेघप्रकाश शेरपा(दंतेवाड़ा),सरस्वती चौहान(जशपुर),प्रिया गुप्ता भिलाई(दुर्ग),विजेंद्र अहीर(कोरिया),अंजली मिश्रा(जगदलपुर),महेंद्र देवांगन माटी(कवर्धा),संतोष गुप्ता (महासमुन्द),केशव ध्रुव(धमतरी),डिग्रीलाल जगत(रायगढ़),माधवी गणवीर(राजनांदगांव) ने बेहतरीन भूमिका का निर्वहन किया।