न बिजली, न पानी, न सड़क यहाँ समस्या से जूझ रहे ग्रामीण, समस्या को लेकर कोई भी राजनीतिक पार्टी गंभीर नही.
सन्ना तहसील में विकास की गंगा बह रही है, लेकिन ग्राम पंचायत दनगरी में विकास के डंका हु तक जो कि सुदूर वनांचल क्षेत्र से ढाका हुआ है इस क्षेत्र में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र (पहाड़ी कोरवा) निवास करते हैं जो कि पर्यटक स्थल (दनगरी दरावघाघ वाटर फाल) नाम से प्रसिद्ध है न वहां बिजली है न पानी न सड़क कि ब्यवस्था लोंग समस्या से जूझ रहे हैं समस्या देखते हुए कहा जा सकता है विकास केवल वही हो रही है जहां के लोगों कि पहुंच होती है वहीं विकास हो रही है बाकी सब तो चौकीदार की तरह जी रहे हैं.
बताना लाजमी होगा कि ग्रामीणों की समस्या कोई आज की नहीं है गांव में आजादी के बाद आज तक बिजली नहीं पहुंची है विभाग के द्वारा सोलर प्लेट जरूर लगा दिया था जोकि कुछ दिनों में खराब हो गया जिसके बाद खराब सोलर प्लेट को चालू करने की मांग ग्रामीणों संबंधित विभाग को जानकारी देकर थक चुके हैं परंतु किसी ने समस्या को नहीं सुना.
ग्रामीणों ने कहा कि प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस की सरकार रही लेकिन किसी राजनीतिक पार्टी ने समस्या को गंभीरता से नहीं लिया लोगों का कहना है कि भाजपा शासन काल के बाद अब कांग्रेस कार्यकाल में भी समस्या कि नहीं सुनावाई नहीं हो रही है वहीं जहां प्रतिदिन हजारों लोगों का आवाजाही लगा रहता है यहां का दराव घाघ जिसे देखने के लिए प्रदेश भर के लोग यहां पहुंचते हैं, यहां तक कि राजनेताओं के साथ कई बड़े प्रशासनिक अधिकारियों का भी आना जाना लगा रहता है लेकिन इस गांव की स्थिति के बारे में किसी को आज तक हवा तक नहीं है कि गांव के लोग कैसे अपना जीवन यापन कर रहे हैं ।
जी हां आज हम बात कर रहे हैं जशपुर जिले का दनगरी जहां आज तक लोगों को मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाया है प्रदेश में लगभग सभी जगह बिजली की उपलब्धता सुदृढ़ की गई है लेकिन इस गांव में आज तक बिजली का कहीं नामोनिशान नहीं है यहां के बच्चे दीये लालटेन की रोशनी में पढ़ने को मजबूर है इस गांव में ना ही पानी का सुविधा है लोग दूर दूर से पानी लाने को मजबूर हो गए हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि हमारे यहां कई राजनीति पदाधिकारियों के साथ शासकीय अधिकारी कर्मचारियों के बीच लगातार आवाजाही लगा रहता है लेकिन केवल मनोरंजन के लिए यहां से रफूचक्कर हो जाते हैं ग्रामिणो का समस्याओं से रूबरू होना या समस्याओं को सुनना नहीं चाहते हैं वही ग्रामीणों ने कहा कि अगर हमारी समस्याओं का समाधान बिजली हमारे गांव में जल्द नहीं लगा तो हम रोड पर आंदोलन और धरने पर बैठ कर अनशन करने को मजबूर हो जाएंगे ।
ग्राम पंचायत सचिव सरपंच ने बताया कि हमारे द्वारा भी कई बार अधिकारियों एवं कर्मचारियों राजनेता पदाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है लेकिन उनके द्वारा आज तक हमारे विषय पर कोई विचार नहीं किया गया अब देखना होगा कि दन गरी के ग्रामीणों का मांग कब तक पूरा होगा या नहीं इनकी जिंदगी कब तक अंधेरे में कटेगी ??