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सरायपाली : ठेकेदार की मनमानी से किसान परेशान, कलेक्टर से की गयी शिकायत

सरायपाली विकासखंड के ग्राम लमकेनी स्थित जलाशय को मत्स्य पालन और मत्स्य आखेट के लिए 10 वर्ष के लिए ठेके पर दिया गया है. ठेकेदार की मनमानी से आश्रित गाँवों के किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में जल नहीं मिल पा रहा है, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है. इसकी शिकायत कलेक्टर से की गई है और ठेकेदार की मनमानी को रोकने व उक्त जलाशय को ठेके पर न दिए जाने का अनुरोध किया है.

उन्होंने अपनी शिकायत में बताया है की लमकेनी जलाशय को प्रकृति मत्स्य सहकारी समिति मर्या. तोषगॉव को मत्स्य पालन व मत्स्याखेट करने हेतु 10 वर्षीय ठेके पर दिया गया है. आरोप है की ठेकेदार किसानों को पानी की जरूरत नहीं होता फिर भी नहर की गेट को खुलवा देता है . मछली मारने के लिए रात के समय पानी की निकासी चोरी छुपे कर देता है और सुबह – सुबह करीबन 4 बजे बन्द कर दिया जाता है ताकि ग्रामीणों को इसका पता न चले सके. ठेकेदार की इस तरह मनमानी करने से रबी फसल लेने वाले कृषकों को पानी की आपूर्ति नहीं हो पाती और फसल बर्बाद हो रही है.

उक्त जलाशय से बेल्डीह पठार, बेल्डीह, जटाकन्हार, पझरापाली, गिधामुण्डा के किसान सिंचाई करते हैं. जलाशय को ठेके पर देने के बाद ठेकेदार द्वारा कृषकों को उनकी सिंचाई हेतु आवश्यकतानुसार पानी की आपूर्ति न कर रात्रि के समय पानी की निकासी अवैध रूप से नहर में कर दिया जाता है, जिससे किसानों के खेत में लगी फसल पूर्ण रूप से सूख जा रहा है.
शिकायत में बताया गया है की रबी सीजन के फसल लेने वाले कृषकों को जब पानी की जरूरत नहीं रहती, तब भी मछली पकड़ने के लिए नहर के पानी को खोल दिया जाता है, जिससे जल्दी-जल्दी बॉध का पानी सूख जाता है.

किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर लमकेनी जलाशय के पानी को सिंचाई सुविधा के लिए सुरक्षित रखने तथा उक्त जलाशय को मत्स्य पालन व मत्स्याखेट हेतु प्रकृति मत्स्य सहकारी समिति मर्या. तोषगॉव को ठेके पर न दिये जाने का अनुरोध किया है.




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