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धनतेरस पर जरूर खरीदें ये चीजें, बढ़ने लगेगी धन की आवक

कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है. इस बार धनतेरस 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस दिन स्वास्थ्य रक्षा और आरोग्य के लिए धनवंतरी देव की उपासना की जाती है. जबकि धनधान्य में वृद्धि के लिए कुबेर महाराज की पूजा की जाती है. कहते हैं कि इस दिन नई चीजों की खरीदारी कर घर लाने से घर में सुख-संपन्नता में वृद्धि होती है. आइए आपको 10 ऐसी चीजों के बारे में बताते हैं, जिन्हें धनतेरस पर खरीदना शुभ माना जाता है.

चांदी- चांदी समृद्धि की धातु मानी जाती है. माना जाता है कि चांदी भगवान शिव के नेत्रों से प्रकट हुई है. धनतेरस के दिन चांदी खरीदना अत्यंत शुभ होता है. दीपावली की पूजा में भी इस चांदी का प्रयोग किया जाता है.

दीपक- धनतेरस से ही पांच दिन का दीपोत्सव शुरू हो जाता है. और दीपक के बिना यह पर्व अधूरा है. दीपोत्सव में दीप जलाकर नकारात्मकता दूर की जाती है. साथ ही सुख और समृद्धि की कामना की जाती है. मिट्टी के ढेर सारे दीपक खरीदें. दो बड़े दीपक जिनसे मुख्य पूजा होगी, जरूर खरीदें.

झाड़ू- झाड़ू सम्पन्नता और शुभता की प्रतीक मानी जाती है. धनतेरस के दिन एक झाड़ू अवश्य खरीदें. इसको भी दीपावली के दिन पूजा स्थान पर रखकर पूजा करें. अगले दिन से इसका प्रयोग आरम्भ करें.

बर्तन- वैसे तो धनतेरस पर आप कोई भी बर्तन खरीद सकते हैं. लेकिन पानी का पात्र खरीदना सबसे ज्यादा शुभ होता है. इस दिन लोटा, कलश या गिलास खरीदें. दीपावली पर इन बर्तनों की पूजा के बाद प्रयोग करें.

गोमती चक्र- गोमती चक्र एक विशेष प्रकार का पत्थर है, जिसके एक तरफ चक्र की तरह आकृति बनी होती है. यह कई रंगों का होता है. इसमें सफेद रंग का गोमती चक्र सबसे महत्वपूर्ण होता है. यह रत्न की तरह अंगूठी में भी धारण किया जाता है. धनतेरस पर कम से कम दो या पांच गोमती चक्र खरीदें. दीपावली के दिन गोमती चक्र मां लक्ष्मी को अर्पित किया जाता है.

खील बताशे- खील बताशे शुक्र का भी प्रतीक हैं और आपकी सम्पन्नता का भी. धनतेरस के दिन खील बताशे खरीदें. पूजा के दौरान मां लक्ष्मी को खील बताशे जरूर अर्पित करें. बेहतर होगा खील बताशे किसी मिट्टी के पात्र में रखकर अर्पित किए जाएं.

कौड़ी- कौड़ी एक समुद्री जीव का एक खोल है. धन प्राप्ति के लिए और धन के रूप में इसका प्रयोग प्राचीन काल से होता है. धनतेरस पर कम से कम पांच या नौ कौड़ियां खरीदें. दीपावली के दिन कौड़ी अर्पित करने से विवाह की बाधाएं दूर होती हैं.

शंख- शंख की उत्पत्ति समुद्र से हुई है. इसको लक्ष्मी जी का भाई भी मानते हैं. शंख की ध्वनि मंगलकारक और स्वास्थ्यवर्धक होती है. अगर घर में शंख नहीं है तो धनतेरस पर शंख जरूर खरीदें. दीपावली पर इसका पूजन और प्रयोग लाभकारी होगा.

गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति- दीपावली की पूजा मुख्य रूप से गणेश लक्ष्मी की होती है. धन के लिए मां लक्ष्मी और बुद्धि के लिए भगवान गणेश की पूजा की जाती है. धनतेरस पर ही गणेश जी और माता लक्ष्मी की मूर्ति खरीद लें. गणेश जी और लक्ष्मी जी की मूर्तियां अलग-अलग होनी चाहिए. लक्ष्मी जी कमल के पुष्प पर बैठी हों और उनके हाथों से धन गिर रहा हो.

वस्त्र- दीपावली पर पूजा के लिये और उत्सव मनाने के लिये धनतेरस पर वस्त्र खरीदना शुभ होगा. वस्त्र खूबसूरत रंगों के होने चाहिये. पीले, लाल, नारंगी और गुलाबी वस्त्र अनुकूल होंगे. काले और नीले वस्त्र न खरीदें और दीपावली पर इसे धारण भी न करें.




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