
खाद की कमी से किसान परेशान, मिट्टी खाकर जताया गुस्सा
कर्नाटक में अच्छी बारिश के बाद बुवाई तो शुरू हुई है, लेकिन खाद की भारी कमी से किसान परेशान हैं। सहकारी समितियों के सामने लंबी कतारें लग रही हैं। कई जगह किसान विरोध जताने मिट्टी खा रहे हैं। कर्नाटक में इस साल अच्छी मानसून बारिश हो रही है और बुवाई का काम शुरू हो गया है। लेकिन किसानों को खाद नहीं मिल रही है। खाद की कमी के चलते किसान सुबह 5 बजे से ही सहकारी समितियों के सामने कतार में खड़े नजर आ रहे है।
कोप्पल में बसवेश्वर चौराहे के पास स्थित उत्पादक सहकारी समिति के सामने किसानों को खाद के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा रहा है। हालात ये है कि खाद न मिलने की वजह से किसान मिट्टी खाकर अपना गुस्सा जता रहे हैं।
कलबुरगी में भी ऐसे ही हालात नजर आ रहे है। कलबुरगी में भी खाद और बुवाई के बीज की कमी हो गई है और जहां मिल भी रहा है वहां दोगुनी कीमत वसूली जा रही है।
विपक्षी पार्टियों ने खाद की कमी पर राज्य सरकार को घेरा है। राज्य भाजपा अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। भाजपा ने खाद की कमी और किसानों को प्रभावित करने वाले अन्य मुद्दों पर विरोध की घोषणा की है।
भाजपा के प्रदेश महासचिव पी. राजीव ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य सरकार पर यूरिया उर्वरक की आपूर्ति में कमी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।