
जाने कितने प्रकार की होती हैं, क्रिप्टोकरंसी?
क्रिप्टोकरेंसी सिर्फ बिटकॉइन तक सीमित नहीं है। ये 5 तरह की होती हैं, और हर एक का अलग मकसद और इस्तेमाल होता है।
1. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDCs)
देश की मुद्रा का डिजिटल रूप, जिसे सेंट्रल बैंक जारी करता है। नोट और सिक्कों के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका उद्देश्य डिजिटल लेन-देन को सुरक्षित और आसान बनाना है।
2. पेमेंट क्रिप्टोकरेंसी
बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी, जो अपनी ब्लॉकचेन पर चलती हैं और डिजिटल पैसे की तरह काम करती हैं। तेज और स्वतंत्र लेन-देन के लिए इस्तेमाल होती हैं।
3. टोक
ब्लॉकचेन पर बने डिजिटल आइटम या सर्विस के लिए इस्तेमाल होने वाले टोकन। जैसे ERC-20 टोकन, जो किसी प्रोजेक्ट की पूंजी जुटाने या एप्स में फीचर अनलॉक करने के काम आते हैं।
4. स्टेबलकॉइन
कम अस्थिर क्रिप्टो, जो डॉलर, यूरो या सोने जैसी संपत्तियों से जुड़ी होती हैं। मार्केट उतार-चढ़ाव से बचने के लिए निवेशक इन्हें इस्तेमाल करते हैं।
5. ऑल्टकॉइन
बिटकॉइन के अलावा सभी क्रिप्टोकरेंसी। नई तकनीक, तेज़ लेन-देन और बेहतर पारदर्शिता के लिए बनाई जाती हैं। सोलाना, कार्डानो और रिपल इसके उदाहरण हैं।
हर प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी का अपना अलग मकसद है, और यह वित्तीय दुनिया में नई संभावनाओं को खोल रही हैं।