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कांकेर : रक्त दान दाताओं के साथ खिलवाड़, रक्त का पैकेट मिला नाली के किनारे, अस्पताल अधिकारी को जानकारी मिलते ही कर रहे लापरवाही की खोज

जिला अस्पताल में कुछ लापरवाह कर्मचारियों के चलते रक्त दान दाताओं का मनोबल टूटने लगा है। रक्त दाताओं द्वारा अपने शरीर के रक्त को दूसरे के उपयोग के लिए दान दिया गया पर वह रक्त कोरोना जांच होने वाली जगह पर नाली किनारे पाया गया, यह रक्त दान दाताओं के साथ खिलवाड़ है। हालांकि रक्त का एक्सपायरी डेट समाप्त हो गया था पर रक्त का सही तरीके से डिस्पोज ना होने से रक्त दान दाता को काफी आहत हुई है।

शहर के बुद्धीजीवी फुलेश कुमार आहूजा ने हरिभूमि टीम को बताया कि हम खाना खाकर एक माह तक कड़ी मेहनत करते है तब हमारे शरीर में रक्त बनता है और किसी जरूरत मंद को जरूरत पड़ने पर बगैर कुछ सोचे उसके लिए रक्त दान कर देते है और बेटे को कोविड करवाने जाने के दौरान जांच केन्द्र के पास नाली किनारे रक्त का पैकेट पाया जाना हम रक्त दान दाताओं के साथ खिलवाड़ है। रक्त दाता से जानकारी मिलते ही पुष्टी के लिए जाकर देखा गया तो जांच के पास नाली किनारे 138 नम्बर ए निगेटिव का रक्त पैकेट पड़ा हुआ था, जो 7 जनवरी को दान किया गया था और 19 फरवरी को एक्सपायरी हो गया था। वहीं रक्त का पैकेट सितम्बर 2020 में बना था, जो अगस्त 2022 को एक्सपायरी होना था। रक्त पैकेट को देखने को बाद मौके सिविल सर्जन आरसी ठाकुर को जानकारी दी गई, जिससे वह अपने कर्मचारी मिथलेश कुमार जानकारी दिए और मिथलेश कुमार ने कर्मचारी सरिता को बुलवाकर रक्त के पैकेट को उठाकर सही तरीके से डिस्पोज करने के लिए भेज दिया।




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