सारंगढ़ में खुलेआम हो रही गौ- मांस की खरीद-फ़रोख्त.... युवाओं की जागरूकता से गौ-मांस तस्करी का हुवा भंडाफोड़...
सारंगढ़। भारत के संविधान के अनुच्छेद 48 में राज्यों को गायों और बछड़ों की हत्या को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया गया है. 26 अक्टूबर 2005 को सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक निर्णय में भारत में विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा गाय हत्या कानूनों की संवैधानिक वैधता को बरकरार रखा. भारत में 29 राज्यों में 20 में गोहत्या या गोमांस बिक्री को प्रतिबंधित करने संबंधी अलग अलग नियम हैं. इसमे छत्तीसगढ़ भी शामिल है जहां गो हत्या और गौमांस पर कठिन सज़ा का प्रावधान है। इसके बावजूद गौ-तश्करों और गौ-मांस बिक्री करने वालों की खबर यदा-कदा आते रहती है। ताजा मामला सारंगढ़ से लगे ग्राम छिंद से छन कर आ रही है।
छिंद में दिनदहाड़े गौ-मांस की हो रही है बिक्री:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार सारंगढ़ तहसील से 8 किमी दूर छिंद ग्राम स्थित है,जहाँ बानी मिरी नाम का व्यक्ति चोरी छिपे गौ मांस की तस्करी करता था। लगातार अपने मंसूबो में कामयाब होने पर बानी मिरी की हौसला-अफ़ज़ाई दिन-ब- दिन बढ़ती गयी, जिसका परिणाम ये रहा कि जो काम वो चोरी छुपे करता था अब दिन दहाड़े करने लगा।
रीवापार के 2 युवकों को गोमांस की खरीदी कर जाते युवकों ने पकड़ा-
चिकन के आड़ में बानी मिरी काफी लंबे समय से यह गोरख धंधा कर रहा था, लेकिन कहा जाता है कि हर गलत और गैरकानूनी कार्य देर-सबेर प्रकाश में आ ही जाता है कुछ ऐसा ही इस केश में भी हुवा। जब रीवापार का एक युवक घासीराम अपने एक साथी विजय जांगड़े के साथ चोरी-छुपे बानी मिरी से गौ-मांस खरीद कर ले जा रहा था। तभी छिंद के युवाओं को उनपर शंका हुवी जिसपर उन्होंने तत्काल मीडिया को सूचना दी, और युवाओं और पत्रकारों द्वारा पुलिस को वस्तुस्थिति के बारे में अवगत कराया गया।
अवैध गौ का भंडार है बानी मिरी के पास-
रंगे हाथों गौ-मांस की खरीद-फरोख्त करते पकड़ाने के पश्चात आरोपी के निवास के पास जाकर देखा गया तो पुलिस और पत्रकारों के होश उड़ गये। आरोपी बानी मिरी के पास एक -दो नही अपितु गो-वंश का मानो ज़खीरा था जिसपर लगभग 40-50 गो-पशुओं को अवैध रूप से इकट्ठा कर रख गया था। जिसे पोल्ट्री के आड़ में अपने निश्चित ग्राहकों को गो-मांस की तस्करी चुपके से कर दी जाती थी।
पुलिस पर डंडे से हमले की कोशिश-
जब आरोपियों को ग्रामीणों और पत्रकारों की सहायता से पुलिस पकड़ने आयी तो आरोपी बानी मिरी ने जानलेवा हमला करने की कोशिश भी की, बानी मिरी द्वारा डंडे से पुलिसकर्मियों पर हमला कर बवाल करने की भी कोशिश की गयी, जिसपर पुलिसकर्मियों ने बमुश्किल से खुद का बचाव किया, और उक्त घटना मीडिया के सामने घटित हुवी।
बहरहाल पुलिस ने कथित गोमांस को जप्त बकर उच्च स्तर में जांच कराने की बात कही है। उपरोक्त मामले में थाना-प्रभारी अमितशुक्ला के निर्देशन पर, टीकाराम खटकर, जयराम साहू, कृष्णा महंत, एवं पूरी की सक्रिय भागीदारी रही, साथ ही मीडिया के साथियों का विशेष योगदान रहा।